कर्नाटक विधानसभा में इस बार 10 लाख नए वोटर्स करेंगे मतदान, समझें राजनीतिक समीकरण
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव की वोटिंग 10 मई को होगी, जिसके नतीजे 13 मई को घोषित किए जाएंगे। राज्य में चुनाव के महज कुछ दिन शेष हैं। जिसे लेकर राजनीतिक पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है और चुनाव जीतने को लेकर अपनी-अपनी दावेदारी पेश कर रही हैं। इस बार का विधानसभा चुनाव बहुत ही खास रहने वाला है। क्योंकि आम आदमी पार्टी भी इस बार कर्नाटक की चुनावी जंग लड़ेगी।
हालांकि, इस प्रदेश में तीन पार्टियों का दबदबा हमेशा से ही रहा है, जिनमें प्रमुख भाजपा, कांग्रेस और जेडी(एस) हैं। गौरतलब है कि, ये पार्टियां अपने विरोधियों को चित करने के लिए तरह-तरह की रणनीति बना रही हैं ताकि वह जीत हासिल कर सकें।
क्या है कर्नाटक विधानसभा की मौजूदा स्थिति ?
बता दें कि, कर्नाटक में कुल 224 विधानसभा सीटे हैं। जिसमें एस-सी वर्ग के लिए आरक्षित सीटों की संख्या 36 है, वहीं 15 सीट एसटी के लिए आरक्षित हैं। जिसमें बीजेपी ने सभी 224 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को उतारा है। वहीं कांग्रेस ने 223, बसपा ने 133, जेडीएस ने 207, जदयू ने 8, माकपा ने 4 और एनसीपी ने 2 प्रत्याशियों को उतारा है।
प्रदेश में कुल वोटर्स की संख्या
कर्नाटक की कुल जनसंख्या लगभग 6 करोड़ है। जिसमें में वोटरों की संख्या 5 करोड़ के करीब है। इस बार चुनाव में पुरूष वोटरों की संख्या 2.63 करोड़ है। राज्य में महिला वोटरों की संख्या 2.59 करोड़ है। इस बार कर्नाटक में नए वोटर्स की संख्या लगभग 10 लाख हैं।
पोलिंग बूथ की संख्या
2018 में हुए विधानसभा चुनाव की बात करें तो पोलिंग बूथों की संख्या लगभग 58008 थीं। वहीं इस साल होने वाले चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग ने करीब 58282 मतदान केंद्र बनाए हैं। जिसमें करीब 1200 से अधिक अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र भी शामिल हैं। सभी मतदान केंद्रों के लिए लगभग 47609 कर्मचारी ड्यूटी पर लगेंगे।
कुल प्रत्याशी
इस बार के विधानसभा चुनाव में लगभग 2613 उम्मीदवार मैदान में उतर रहे हैं। जिसमें तकरीबन 2427 पुरूषों तो वहीं 184 महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं।
Created On :   25 April 2023 7:57 PM IST