ठाकरे से छीनी शिवसेना, नाम के साथ-साथ चुनाव चिन्ह भी शिंदे गुट को मिला
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र की राजनीति में काफी समय से उठापटक चल रही है। शिवसेना के नाम और चिन्ह पर अधिकार को लेकर पिछले कुछ समय से उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के बीच खींचतान चल रही थी और अब इस बीच चुनाव आयोग ने एक बड़ा फैसला लिया है। इस फैसले के बाद उद्धव ठाकरे से शिवसेना का नाम और पार्टी का चुनाव चिन्ह छीन लिया गया है। चुनाव आयोग ने पार्टी का नाम और शिवसेना का चुनाव चिन्ह तीर कमान एकनाथ शिंदे गुट को सौंप दिया है।
अभी तक चुनाव आयोग द्वारा शिवसेना के नाम और पार्टी के चिन्ह को 'फ्रीज' करने के बाद दोनों गुट अलग-अलग पार्टी के नामों और उन्हें आवंटित किए गए चिन्हों का इस्तेमाल कर रहे थे। चुनाव आयोग ने अपने आदेश में कहा कि 2018 में संशोधित शिवसेना का संविधान पोल पैनल के रिकॉर्ड में नहीं था।
चुनाव आयोग ने आज आदेश दिया कि पार्टी का नाम शिवसेना और पार्टी का प्रतीक धनुष और तीर एकनाथ शिंदे गुट द्वारा रखा जाएगा। pic.twitter.com/w866MpoZdM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 17, 2023
शिंदे ने लगाई उद्धव के गढ़ में सेंध
इससे पहले एकनाथ शिंदे ने उस समय महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल ला दिया था, जब उन्होंने 41 विधायकों के साथ उद्धव के नेतृत्व में चल रही महाविकास अघाड़ी की सरकार को गिरा दिया था। जून में शिंदे ने विद्रोह कर भाजपा की मदद से राज्य में सरकार का गठन किया था। इसके बाद एकनाथ और उद्धव ठाकरे पहचान के लिए लड़ रहे थे।
पिछले साल नवंबर में उद्धव ठाकरे ने दिल्ली हाई कोर्ट से चुनाव आयोग को खारिज करने का अनुरोध किया था। हालांकि, याचिका को अदालत ने खारिज कर दिया था। पिछले महीने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री शिंदे और ठाकरे के नेतृत्व वाले गुटों ने पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह पर अपने दावों के समर्थन में अपने लिखित बयान दर्ज किए थे।
Created On :   17 Feb 2023 7:02 PM IST