बाहर का दूध पीने लायक नहीं : गोवा के मंत्री
- दूध में भी गुणवत्ता की कमी
डिजिटल डेस्क, पणजी। गोवा डेयरी द्वारा आपूर्ति के लिए खरीदे जाने वाले दूध और गैर-गोवा ब्रांडों द्वारा बेचे जाने वाले दूध की गुणवत्ता पर संदेह जताते हुए सहकारिता मंत्री सुभाष शिरोडकर ने शनिवार को कहा कि ऐसा दूध हमेशा शुद्ध या खाने लायक नहीं होता। शिरोडकर ने आईएएनएस से कहा, गोवा में कुछ ब्रांडों (गैर-गोवा ब्रांडों) द्वारा आपूर्ति किए जाने वाले दूध की गुणवत्ता अच्छी नहीं है।
उन्होंने कहा कि राज्य में अन्य ब्रांडों द्वारा लगभग 1 से 1.5 लाख लीटर दूध की आपूर्ति की जाती है, जबकि गोवा प्रतिदिन लगभग 50,000 से 60,000 लीटर दूध का उत्पादन करता है। यह पूछे जाने पर कि क्या गोवा डेयरी द्वारा खरीदे गए दूध में भी गुणवत्ता की कमी है, शिरोडकर ने कहा कि इसकी संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।
उन्होंने कहा, हम दूध की खरीद को तुरंत नहीं रोक सकते, क्योंकि हमारे पास कोई विकल्प नहीं है। लंबे समय में हमें अपना स्थानीय उत्पादन बढ़ाना होगा। सूत्रों ने कहा कि गोवा राज्य सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ, जिसे गोवा डेयरी के नाम से जाना जाता है, पड़ोसी राज्यों से रोजाना लगभग 20,000 से 25,000 लीटर दूध खरीदता है। जानकारों के मुताबिक, गोवा में रोजाना 3 लाख लीटर दूध की मांग है। गोवा डेयरी के अलावा, लगभग 19 गैर-गोवा दूध ब्रांड हैं जो राज्य की जरूरत को पूरा करते हैं।
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Created On :   4 Jun 2022 11:30 PM IST