हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने गुलाम नबी आजाद से मुलाकात पर दी सफाई
- चुनाव के तरीके पर चिंता
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने गुरुवार को कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद से मुलाकात की वजह स्पष्ट की।
पृथ्वीराज चव्हाण, आनंद शर्मा और भूपिंदर सिंह हुड्डा ने मंगलवार को आजाद से मुलाकात की थी। आजाद ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है और 4 सितंबर को जम्मू में अपनी पहली जनसभा आयोजित करने वाले हैं।
हुड्डा ने इसे शिष्टाचार करार देते हुए कहा कि वे इसलिए मिले, क्योंकि आजाद वर्षो से पार्टी के सहयोगी रहे हैं और उन्होंने पार्टी के आंतरिक चुनाव के बारे में कुछ मुद्दे उठाए थे।
उन्होंने कहा, हमने उनसे पूछा कि जब उनकी मांगें पूरी हुईं, तब उन्होंने इस्तीफा क्यों दिया। कुछ नेताओं ने सार्वजनिक क्षेत्र में मतदाता सूची की अनुपलब्धता पर सवाल उठाए, जिसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया सुर्खियों में आ गई।
कांग्रेस के दो नेताओं मनीष तिवारी और कार्ति चिदंबरम ने बुधवार को मधुसूदन मिस्त्री की अध्यक्षता वाले केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण से मतदाता सूची को सार्वजनिक करने और कांग्रेस की वेबसाइट पर उपलब्ध कराने का आग्रह किया। हालांकि सीईए ने कहा कि ये रोल चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को उपलब्ध कराए जाएंगे। तिवारी और कार्ति चिदंबरम ने पार्टी में राष्ट्रपति चुनाव के तरीके पर चिंता जताई थी।
एक ट्वीट में चिदंबरम ने कहा था : हर चुनाव में एक अच्छी तरह से परिभाषित और स्पष्ट निर्वाचक मंडल की जरूरत होती है। निर्वाचक मंडल बनाने की प्रक्रिया भी स्पष्ट, अच्छी तरह से परिभाषित और पारदर्शी होनी चाहिए। एक तदर्थ निर्वाचक मंडल कोई निर्वाचक मंडल नहीं है। आनंदपुर साहिब के सांसद तिवारी ने भी पार्टी अध्यक्ष चुनाव से पहले मतदाता सूची पर संदेह जताते हुए कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए इन्हें सार्वजनिक किया जाना चाहिए।
आईएएनएस
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Created On :   1 Sept 2022 5:00 PM IST