अहंकार के कारण सोशल मीडिया पर अपनी आलोचना नहीं सह पा रहे विपक्षी नेता
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने अभिव्यक्ति की आजादी के विषय पर कई विपक्षी नेताओं पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और शरद पवार जैसे नेता सोशल मीडिया पर अपने खिलाफ की गई टिप्पणी सहन नहीं कर पाते। उन्होंने इसे इन नेताओं का अहंकार बताया। हालांकि केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह किसी भी प्रकार की अपमानजनक टिप्पणियों एवं अभद्र भाषा के पैरोकार नहीं हैं। साथ ही वह समाज में नफरत फैलाने वाली सोशल मीडिया पोस्ट का भी समर्थन नहीं करते हैं।
गौरतलब है कि बीते दिनों सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणियों के बाद पुलिस कार्रवाई देखने को मिली थी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए सोशल मीडिया पर लिखी गई कुछ विवादित बातों पर भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा को पंजाब पुलिस गिरफ्तार करने दिल्ली पहुंची थी। हालांकि तब इस हाईप्रोफाइल ड्रामे में तीन राज्यों की पुलिस एक साथ एक्शन में दिखी। पंजाब पुलिस जहां बग्गा को गिरफ्तार करके ले गई, वहीं दिल्ली पुलिस के कहने पर हरियाणा पुलिस ने बीच रास्ते में बग्गा को पंजाब पुलिस से मुक्त करा लिया।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सोशल मीडिया पोस्ट पर पुलिस की हालिया कार्रवाई पर कहा, शरद पवार और अरविंद केजरीवाल जैसे लोग इसे बहुत आगे ले गए हैं। शरद पवार पर की गई एक टिप्पणी के बाद महाराष्ट्र में भाजपा के कार्यकर्ता को एनसीपी के नाराज कार्यकर्ताओं ने थप्पड़ मारा।
उन्होंने कहा कि ऐसे विपक्षी नेताओं ने इसे थप्पड़, गिरफ्तारी और डायट्रीब के साथ बहुत दूर ले लिया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री प्रधान ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व कुछ अन्य विपक्षी नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा, क्या उनका सम्मान इतना नाजुक है। जब अहंकार नियंत्रण से बाहर हो जाता है तो क्या होता है, यह इसका उत्कृष्ट उदाहरण।
गौरतलब है कि जहां केजरीवाल के खिलाफ टिप्पणी पर बग्गा को गिरफ्तार किया गया वहीं महाराष्ट्र में एनसीपी प्रमुख शरद पवार के खिलाफ टिप्पणी करने पर भाजपा के राज्य स्तरीय प्रवक्ता को हमले का शिकार होना पड़ा। महाराष्ट्र भाजपा के प्रवक्ता को एनसीपी कार्यकर्ताओं ने शरद पवार पर की गई टिप्पणी के लिए थप्पड़ जड़ दिया। महाराष्ट्र में इस घटना का वीडियो भी सामने आया है।
वहीं एक अन्य मामले में शनिवार को मराठी अभिनेता केतकी चितले और एक छात्र निखिल भामरे को पवार पर आपत्तिजनक पोस्ट शेयर करने के आरोप में गिरफ्तार किया भी गया था।
हालांकि विपक्षी नेताओं ने धर्मेंद्र प्रधान की इस टिप्पणी पर उन्हें जिग्नेश मेवाणी की गिरफ्तारी याद दिलाई है। गुजरात के कांग्रेस समर्थित निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी को उनके विवादित सोशल मीडिया पोस्ट के लिए असम पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जिग्नेश को असम पुलिस गिरफ्तार करने गुजरात पहुंची थी। बाद में जिग्नेश को असम ले जाया गया जहां अदालत ने उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया।
हालांकि केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, आज अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और बहुलता के लिए वास्तविक खतरा हैं। महा विकास अघाड़ी, आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस का नाम लेते हुए उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों के राजनीतिक कलाकार आलोचना और सोशल मीडिया पोस्टों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर तेज हो गए हैं।
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Created On :   16 May 2022 7:00 PM IST