विधानपरिषद चुनावों में भाजपा की जीत से पार्टी के हौंसले बुलंद
- बीजेपी जीत पर कांग्रेस अध्यक्ष के इस्तीफे की मांग
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र विधान परिषद की दो सीटों पर हुए चुनाव में सत्ताधारी महा विकास आघाड़ी सरकार को बड़ा झटका लगा है। बीजेपी उम्मीदवारों ने विदर्भ की नागपुर और अकोला विधान परिषद सीट पर बड़ी जीत हासिल की है। नेताओं ने कांग्रेस की बुरी हार पर कहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले को जिम्मेदारी लेते हुए पार्टी पद से इस्तीफा देना चाहिए। खास बात यह है कि महा विकास आघाड़ी के उम्मीदवारों के पास जितने वोट थे, उसमें भी बड़े पैमाने पर सेंधमारी देखी गई है। गठबंधन के कई मतदाताओं ने बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में वोट दिए।
कैसे बिगड़ा कांग्रेस का खेल
आपको बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने चुनाव से ठीक पहले अपने उम्मीदवार रविन्द्र (छोटू) भोयर को बदल दिया था और निर्दलीय उम्मीदवार मंगेश देशमुख को समर्थन का ऐलान कर दिया था। ऐसा कांग्रेस ने इसलिए किया क्योंकि चुनाव से ठीक पहले रविन्द्र भोयर बीजेपी छोड़कर कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए थे। जिसे बीजेपी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा था। भोयर की उम्मीदवारी पर कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में सहमति नहीं बन पाई जिसके चलते कांग्रेस पार्टी में आखिरी वक्त में अंतर्कलह पैदा हो गई।नाराजगी के चलते कांग्रेस को अपना उम्मीदवार बदलना पड़ा अंत में कांग्रेस ने निर्दलयी प्रत्याशी को समर्थन देने का फैसला किया जो कांग्रेस पर भारी पड़ा। विधान परिषद चुनाव में मिली जीत के बाद बीजेपी के हौसले बुलंद हैं।
बीजेपी के वसंत खंडेलवाल ने अकोला सीट पर 110 मतों से जीत दर्ज की है। लगातार तीन बार शिवसेना से विधायक रहे गोपी किशन बाजोरिया को हराकर खंडेलवाल 438 में 328 मतों से जीते है। नागपुर की सीट से चंद्रशेखर बावनकुले ने कांग्रेस समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार मंगेश देशमुख को हराकर जीत हासिल की। महाराष्ट्र विकास अघाड़ी गठबंधन के करीब 16 सदस्यों ने बीजेपी के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की है। प्रकाश अंबेडकर की वंचित बहुजन अघाड़ी (वीबीए) 86 मतों के साथ चुनाव में प्रमुख भूमिका में थे, वही निर्दलीयों की संख्या 77 थी। इस जीत पर बीजेपी के हौंसले बुलंद है।
Created On :   14 Dec 2021 7:47 AM GMT