पश्चिम बंगाल पॉलिटिक्स: कलकत्ता हाई कोर्ट का बड़ा फैसला, बर्धमान में होगी RSS की रैली, फैसले से नाखुश ममता सरकार ने जताई आपत्ति

कलकत्ता हाई कोर्ट का बड़ा फैसला, बर्धमान में होगी RSS की रैली, फैसले से नाखुश ममता सरकार ने जताई आपत्ति
  • कलकत्ता हाईकोर्ट का बड़ा फैसला
  • आरएसएस की रैली की मिली इजाजत
  • ममता सरकार ने फैसले का किया विरोध

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कलकत्ता हाई कोर्ट ने शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को लेकर बड़ा फैसला लिया है। कोर्ट ने आरएसएस को बर्धमान रैली के लिए इजाजत दे दी ही। इसके बाद अब आरएसएस की रैली 16 फरवरी को होगी। हालांकि,पश्चिम बंगाल पुलिस ने रैली के लिए इजाजत देने से मना कर दिया था। इसके बाद आरएसएस ने कोर्ट का रुख किया है। न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, कलकत्ता हाई कोर्ट की जज ने बंगाल सरकार की आपत्ति को खारिज कर दिया था। इसके बाद आरएसएस की रैली को सशर्त अनुमति दी गई है। सूत्रों के मुताबिक, इस रैली में आरएसएस चीफ मोहन भागवत के शामिल होने की चर्चा भी हैं।

आरएसएस की रैली को मिली इजाजत

कलकत्ता हाई कोर्ट ने कहा कि रैली शांतिपूर्ण तरीके से निकाली जाए और आवाज कम रखी जाए। बंगाल पुलिस ने यह कहते हुए इजाजत देने से मना कर दिया था कि इस समय बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (WBBSE) की ओर से आयोजित 10वीं की परीक्षा चल रही है और इसलिए लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर प्रतिबंध है।

जज ने कहा कि आरएसएस की रैली रविवार को होनी है और कार्यक्रम सिर्फ 1 घंटा 15 मिनट का होगा, इसलिए कोर्ट को नहीं लगता है कि इससे किसी को असुविधा होगी। कोर्ट ने रैली को शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित करने और आवाज कम रखने का आदेश दिया। यहां रैली के बाद मोहन भागवत क्षेत्रीय आरएसएस नेताओं, स्थानीय कार्यकर्ताओं और बर्धमान और आसपास के क्षेत्रों के प्रमुख लोगों से भी मिलेंगे

आरएसएस महासचिव ने कही ये बात

इन बैठकों में संगठनात्मक विकास, सामुदायिक आउटरीच, आरएसएस नेतृत्व और स्थानीय हितधारकों के बीच संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद है। उनकी यात्रा देशभक्ति, आत्मनिर्भरता, पारिवारिक मूल्यों, पर्यावरण संरक्षण और परिवार-उन्मुख प्रथाओं के माध्यम से समाजीकरण जैसे मूल्यों को स्थापित करने पर केंद्रित होगी।

न्यूज एजेंसी आईएएनएस के अनुसार आरएसएस महासचिव जिष्णु बसु ने जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि मोहन भागवत की इस यात्रा का उद्देश्य हिंदू समुदाय के अंदर राष्ट्रवाद की भावना और स्वदेशी चेतना को जगाना है। साथ ही आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाना है, जो एक प्रमुख राष्ट्रीय लक्ष्य है।

Created On :   14 Feb 2025 6:51 PM IST

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