लोकसभा चुनाव 2024: जयराम रमेश ने किया बड़ा ऐलान, देश में कांग्रेस की सरकार बनने पर अडानी मैगास्कैम के खिलाफ करेंगे जांच
- कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने किया ऐलान
- केंद्र में कांग्रेस की सरकार बनने पर अडानी मैगास्कैम की कराएंगे जांच
- सोशल मीडिया पर ट्वीट कर दी जानकारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण को लेकर राजनीतिक पार्टियां जोरों-शोरों से चुनाव प्रचार करने में व्यस्त हैं। इस बीच कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पार्टी को लेकर बड़ा दावा किया है। जयराम रमेश ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत करने के दौरान कहा कि यदि इस बार देश में कांग्रेस की सरकार बनती है। तो पार्टी बिजनेसमैन गौतम अडानी के खिलाफ आरोपों की जांच कराई जाएगी। इसके लिए एक संयुक्त संसदीय समिति को इस मामले की जांच सौंपी जाएगी। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि साल 2024 के चुनाव में केंद्र की सत्ता में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद जेपीसी का गठन करेंगे। इसके बाद यह बात साफ हो जाएगी कि लूट किस हद तक की गई है।
इसे लेकर जयराम रमेश ने सोशल मीडिया एक्स पर एक ट्वीट पोस्ट किया है। इसमें उन्होंने लिखा, "SEBI ने अब इस बात की पुष्टि की है कि अडानी समूह की कंपनियों में निवेश किए गए एक दर्जन ऑफशोर फंडों ने डिस्कलोजर नियमों और निवेश सीमा का उल्लंघन किया है। यह हिमशेल के सिरे की तरह है - जो अब दिख रहा हैं, वो पूरे स्कैम का सिर्फ एक छोटा हिस्सा है। जब हम जून 2024 में सत्ता में आने के बाद जेपीसी का गठन करेंगे, तब यह साफ होगा की यह लूट आखिर कितनी बड़ी है।"
सेबी ने पब्लिश की रिपोर्ट
कांग्रेस की ओर से यह बयान भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की ओर से प्रकाशित एक रिपोर्ट के बीच आया है। इस रिपोर्ट में सेबी ने 12 ऑफशोर फंड़ों को लेकर जांच की थी। जिसने अडानी समूह की कंपनियों के साथ मिलकर अपने लेनेदेन में प्रकटीकरण नियमों और निवेश सीमाओं का उल्लंघन किया है। ऐसे में सेबी ने इन12 फंड़ों को नोटिस भेज कर जवाब मांगा है।
इस साल जनवरी माह में सेबी ने अडानी ग्रुप के लगभग एक दर्जन ऑफशोर इनवेस्टर्स को चार्जेज के बारे में बताया था। इसके लिए सेबी ने नोटिस जारी किया था। इस नोटिस में डिस्कलोजर वॉयलेशन और निवेश सीमा के उल्लंघन पर जवाब मांगा गया था। इस बारे में रायटर्स ने एक रिपोर्ट पब्लिश की है। इसके मुताबिक सेबी ने अडानी समूह के प्राथमिक शेयरधारकों के साथ संभावित निष्कर्ष को निर्धारित करेगी। जिसके लिए अडानी समूह और इनमें से एक फंड के बीच संभावित लिंक की जांच की जाएगी।
SEBI ने अब इस बात की पुष्टि की है कि अडानी समूह की कंपनियों में निवेश किए गए एक दर्जन ऑफशोर फंडों ने डिस्क्लोजर नियमों और निवेश सीमा का उल्लंघन किया है।
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) April 23, 2024
यह हिमशैल के सिरे की तरह है - जो अब दिख रहा हैं, वो पूरे स्कैम का सिर्फ़ एक छोटा हिस्सा है। जब हम जून 2024 में सत्ता में… pic.twitter.com/PdNXfXTMJg
पीएम मोदी पर लगाया आरोप
जयराम रमेश ने लिखा, "हम अडानी मेगास्कैम में भारतीय प्रतिभूति कानूनों के इन घोर उल्लंघनों पर सेबी की लंबे समय से विलंबित रिपोर्ट के तत्काल प्रकाशन की प्रतीक्षा कर रहे हैं।" इसके अलावा ट्वीट में जयराम रमेश ने मोदी सरकार पर जांच एजेंसियों के दुरुपयोग करने का भी जिक्र किया है। उन्होंने लिखा, "महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा क्षेत्रों में कंपनियों को संपत्ति बेचने के लिए मजबूर करने और पीएम के करीबी दोस्तों को संपत्ति इकट्ठा करने में मदद करने के लिए ईडी, सीबीआई और आयकर जैसी एजेंसियों का दुरुपयोग किया गया।"
Created On :   23 April 2024 9:45 PM IST