एमपी में विपक्षी एकता पर अरविंद केजरीवाल को कांग्रेस से लगा बड़ा झटका! लोकसभा चुनाव पर क्या बोल गए दिग्विजय सिंह के बेटे

एमपी में विपक्षी एकता पर अरविंद केजरीवाल को कांग्रेस से लगा बड़ा झटका! लोकसभा चुनाव पर क्या बोल गए दिग्विजय सिंह के बेटे

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 23 जून को बिहार की राजधानी पटना में विपक्षी दलों की एक बैठक हुई। लेकिन बैठक में इस बात पर चर्चा नहीं हुई है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच किस फॉर्मूले के तहत सीटों का बंटवारा होगा। हालांकि, इस बात को लेकर चर्चा जोरों-शोरों पर है। अब इस मसले पर मध्य प्रदेश कांग्रेस के एक विधायक ने प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस विधायक ने साफ कर दिया कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस आम आदमी पार्टी के लिए मध्य प्रदेश में एक भी सीट नहीं छोड़ेगी। यानी प्रदेश में कांग्रेस सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। साथ ही इस दौरान कांग्रेस विधायक ने आम आदमी पार्टी को भारतीय जनता पार्टी की बी टीम बताया।

विधायक ने कहा कि कांग्रेस अरविंद केजरीवाल की पार्टी को मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए एक भी सीट नहीं देगी। इसके पीछे का तर्क देते हुए उन्होंने कहा कि 'आप' का एमपी में केंद्रीय राजनीतिक अधार ही नहीं है। बता दें कि, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह का यह बयान 'आप' के कहने के एक दिन बाद आया है। दरअसल, 'आप' ने पटना में विपक्षी मीटिंग के बाद एक प्रेस कॉन्फेंस किया। जिसमें आप के नेता ने कहा कि वे दिल्ली अध्यादेश पर कांग्रेस का समर्थन जुटाने में कामयाब नहीं रहें। इधर, दिग्विजय सिंह के बेटे ने पत्रकारों से कहा कि 'आप' को स्पष्ट करना चाहिए कि वह आखिर विपक्ष के साथ है भी या नहीं। कांग्रेस नेता ने कहा कि संविधान पर विश्वास रखने वाले सभी दल राजधानी पटना में विपक्षी एकता मीटिंग में शामिल हुए।

क्या है एमपी में कांग्रेस की रणनीति?

जब पत्रकारों ने जयवर्धन सिंह से यह पूछा कि 'आप' मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव लड़ने वाली है और क्या कांग्रेस उसे संयुक्त विपक्ष के सदस्य के रूप में सीटें देगी। इस पर उन्होंने कहा कि यह संभव नहीं है। साथ ही उन्होंने ऐसी किसी व्यवस्था से साफ इनकार कर दिया। जयवर्धन ने कहा कि मध्य प्रदेश में आम आदमी पार्टी का कोई आधार ही नहीं है, जिसके आधार पर वह कांग्रेस के साथ सीट शेयरिंग करें। ऐसे में सवाल ही नहीं उठता है कि कांग्रेस ऐसा कोई फैसला करेगी। अंत में जयवर्धन ने पत्रकारों से कहा कि लोग सत्ता परिवर्तन करने के मूड में हैं। साथ ही जनता विकल्प के तौर पर कांग्रेस को देख रही है। बता दें कि इसी साल के अंत तक मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि केजरीवाल और कांग्रेस की क्या रणनीति होने वाली है।

Created On :   25 Jun 2023 7:03 PM IST

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