लोकसभा चुनाव 2024: चुनाव प्रचार को लेकर भाजपा का बढ़ रहा जोर, इंडिया गठबंधन में घट रही सक्रियता, कैसे होगी विपक्ष की नैया पार?
- लोकसभा चुनाव शुरू होने में बचे हैं कुछ दिन
- भाजपा कर रही जोरों-शोरों से प्रचार
- इंडिया गठबंधन की घट रही रुचि
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में जल्द लोकसभा चुनाव का आगाज होने वाला है। इसके लिए राजनीतिक दलों ने कमर कस ली हैं। देशभर में पहले चरण की वोटिंग प्रक्रिया 19 अप्रैल से शुरु होगी। इसी के साथ अब पार्टियों के पास चुनाव प्रचार के लिए केवल 10 दिन बचे हैं। ऐसे में जहां एक तरफ भाजपा के कई बड़े नेता पार्टी और अपने दावेदारी को लेकर जोरों-शोरों से प्रचार करती नजर आ रही है। तो वहीं, दूसरी ओर केंद्र की मोदी सरकार को हटाने के लिए आगे आई विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन में एक भी बड़ी रैली का आयोजन नहीं हो पाया है। इतना ही नहीं, बल्कि गठबंधन के सहयोगी दलों के दिग्गज नेताओं ने अपने लोकसभा क्षेत्रों में प्रचार की शुरुआत तक नहीं की हैं। इसका सबसे ज्यादा असर उत्तरप्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र में नजर आ रहा है।
अन्य दलों के मुकाबले केंद्र की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी चुनाव प्रचार को लेकर बेहद सक्रिय है। इसका सारा जिम्मा पार्टी का नेतृत्व कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों में हैं। पीएम मोदी ने गाजियाबाद में शनिवार को भव्य रोड शो का आयोजन किया था। इसके बाद आज यानी सोमवार की सुबह पीएम बिहार में रैली में शामिल होने पहुंचे। यही से वह पश्चिम बंगाल के लिए रवाना होंगे। वह एक के बाद एक राज्यों में जाकर रैली करने में व्यस्त हैं। इस कड़ी में पीएम मोदी एक दिन में तीन अलग जगहों में जनसभाओं में शामिल हो रहे हैं।
भाजपा की चुनाव प्रचार में सक्रियता
इन रैलियों में न केवल पीएम मोदी की सक्रियता दिख रही है, बल्कि बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए के सहयोगी दलों के नेता भी भाग ले रहे हैं। पीएम मोदी के साथ गठबंधन में शामिल अन्य नेता स्टेज शेयर कर रहे हैं। बिहार की बात करें तो यहां पर प्रधानमंत्री के साथ एनडीए खेमे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपेंद्र कुशवाहा, चिराग पासवान और जीतन राम मांझी एकसाथ रैली करते हुए साफ नजर आ रहे हैं। वहीं, उत्तरप्रदेश में भी एनडीए के घटक दल के नेता जयंत चौधरी और पीएम मोदी एक साथ मंच शेयर कर चुके हैं।
भाजपा से पीएम मोदी के साथ-साथ पार्टी के कई बड़े नेता चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं। वह लगातार चुनावी अभियान और जनसभाएं करने में जुटे हुए हैं। पार्टी से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, योगी अदित्यनाथ, राजनाथ सिंह और जेपी नड्डा जैसे दिग्गज नेता आए दिन कई राज्यों में जनसभाएं करते हुए नजर आ रहे हैं।
विपक्ष नेताओं की प्रचार से दूरी
इंडिया गठबंधन के घटक दल के प्रमुख नेता और सपा सुप्रिमो अखिलेश यादव आगामी चुनाव में प्रचार के प्रति सक्रियता कम नजर आ रही है। करीब आठ दिन पहले अखिलेश ने खास अवसर पर ही केवल दो सार्वजनिक सभाओं को संबोधित किया है। इसके बाद उन्होंने लखनऊ में आयोजित एक सार्वजनिक जनसभा में नजर आए थे। इसके अलावा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में इंडिया गठबंधन ने रैली का आयोजन किया था। जिसमें अखिलेश यादव शामिल होते हुए नजर आए थे। वहीं, यूपी के अन्य प्रमुख दल बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में प्रचार की स्थिति काफी बदतर है।
इस बार के लोकसभा चुनाव के लिए बसपा सुप्रीमो मायवती ने एक भी सार्वजनिक रैली संबोधित नहीं की है। पार्टी से उनके भतीजे अकाश आनंद ने शनिवार को नगीना लोकसभा सीट पर एक जनसभा को संबोधित किया था। हालांकि, बसपा से अब भी कई दिग्गज नेताओं की रैली करने की राह देखी जा रही है।
Created On :   7 April 2024 4:53 PM IST