राज्यसभा में विवादित बयान: सपा सांसद रामजी लाल समुन के बिगड़े बोल, राजपूत शासक 'राणा सांगा' को बताया 'देशद्रोही', बयान पर BJP हमलवार

सपा सांसद रामजी लाल समुन के बिगड़े बोल, राजपूत शासक राणा सांगा को बताया देशद्रोही, बयान पर BJP हमलवार
  • राज्यसभा में विवादित बयान
  • सपा सांसद ने राणा सांगा को बताया देशद्रोही
  • बयान पर भाजपा ने साधा निशाना

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल समुन ने राजस्थान और मेवाड़ के महान योद्धा राणा सांगा को लेकर विवादित बयान दे दिया है। दरअसल, सपा सांसद ने राणा सांगा को देशद्रोही बता दिया है। इसके बाद राजनीतिक गलियारों से हलचल तेज हो गई है। भाजपा ने समजावादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा है। भाजपा का कहना है कि सपा सांसद के इस बयान से राजपूत समाज और पूरे हिंदू समुदाय की भावनाओं को आहत हुई है।

सपा सांसद ने राणा सांगा को बताया देशद्रोही

बता दें, राज्यसभा में शनिवार को गृह मंत्रालय पर चर्चा हो ही थी। इस दौरान सपा सांसद रामजी लाल सुमन ने कहा कि भाजपा अक्सर यह दावा करती है कि भारतीय मुसलमानों में बाबर का डीएनए है, लेकिन वास्तविकता यह है कि बाबर को भारत बुलाने वाला राणा सांगा ही था।

रामजी लाल सुमन ने कहा, "अगर भाजपा यह दावा करती है कि मुसलमान बाबर के वंशज हैं, तो उसी तर्क से वे राणा सांगा के भी वंशज हैं, जिन्होंने बाबर को भारत बुलाया था. अगर बाबर आक्रमणकारी था, तो राणा सांगा भी जिम्मेदार थे।"

सपा सांसद के इस बयान पर भाजपा ने आलोचना की है। भाजपा सांसद संजीव बालियान ने सोशल मीडिया एक्स पर वीडियो शेयर किया। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा, "तुष्टिकरण की सारी हदें पार कर जाना शर्म की बात है। संसद में महान योद्धा राणा सांगा को देशद्रोही कहना न केवल राजपूत समाज बल्कि संपूर्ण हिंदू समाज का घोर अपमान है।"

इसके अलावा इस मामले पर भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह इतिहास को तोड़ने-मरोड़ने का प्रयास है और कुछ लोग जानबूझकर औरंगजेब जैसे आक्रमणकारियों का महिमामंडन कर रहे हैं. उन्होंने कहा, "हमने कभी नहीं कहा कि भारतीय मुसलमान बाबर के वंशज हैं। यह देश सभी का है। लेकिन सपा सांसद का बयान ऐतिहासिक नायकों का अपमान है।" जबकि, भाजपा सांसद पीपी चौधरी ने इसे अस्वीकार्य करार दिया। उन्होंने कहा,"समाजवादी पार्टी के सांसद की मेवाड़ के वीर योद्धा पर टिप्पणी ने हमारे इतिहास और संस्कारों का अपमान किया है।"

कौन थे राणा सांगा

राणा सांगा (संग्राम सिंह प्रथम) 1508 से 1528 तक मेवाड़ के शासक थे। वह राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों पर शासन करते थे और दिल्ली सल्तनत के खिलाफ राजपूतों को एकजुट करने वाले योद्धा थे।

साल 1526 में बाबर ने इब्राहिम लोदी को हराकर पानीपत की पहली लड़ाई में मुगल साम्राज्य की नींव रखी। कुछ इतिहासकारों का मानना है कि राणा सांगा ने बाबर को दिल्ली सल्तनत के खिलाफ समर्थन देने के लिए आमंत्रित किया था। हालांकि, बाद में बाबर ने ही 1527 में खानवा की लड़ाई में राणा सांगा को हराया था।

दरअसल, इस विवाद के बाद राजपूत समाज में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। जबकि, आगामी चुनाव में भाजपा इसे चुनावी मुद्दा बना सकती है। इस विवाद पर भाजपा ने सपा से माफी मांगने की मांग की है। हालांकि, अब तक समाजवादी पार्टी की ओर से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।

Created On :   22 March 2025 7:42 PM IST

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