तेलंगाना चुनाव 2023: गुरुवार को तेलंगाना में होंगे विधानसभा चुनाव, 3.26 करोड़ मतदाता तय करेंगे 2,290 उम्मीदवार का भाग्य
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 119 विधानसभा सीटों वाले तेलंगाना में गुरुवार को सभी सीटों पर एक ही चरण में मतदान होने वाले हैं। राज्य में 2,290 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। जिनकी किस्मत का फैसला 3.26 करोड़ से अधिक मतदाता करेंगे।
राज्य में चुनाव को शांति तरीके संपन्न कराने के लिए चुनाव आयोग ने कुल 35,655 मतदान केंद्र बनाए हैं। जिसके लिए 1.85 लाख से अधिक मतदान कर्मियों को तैनात किया गया है। राज्य में मतदान सुबह 7 बजे से शाम पांच बजे तक होगा। वहीं, माओवाद प्रभावित जिलों के 13 निर्वाचन क्षेत्रों में शाम 4 बजे तक ही मतदान होगा। ये निर्वाचन क्षेत्र हैं सिरपुर, चेन्नूर, बेल्लमपल्ली, मनचेरियल, आसिफाबाद, मंथनी, भूपालपल्ली, मुलुगु, पिनापाका, येल्लांडु, कोठागुडेम, असवाराओपेट और भद्राचलम।
चुनाव आयोग के अधिकारियों ने राज्य के पीठासीन अधिकारियों को ईवीएम, वीवीपैट (वोटर वैरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल) और अन्य सामग्री सौंप दी है। राज्य में कुल 3,26,02,799 मतदाता हैं, जिनमें 1,62,98,418 पुरुष, 1,63,01,705 महिलाएं शामिल हैं। इसके अलावा 2,676 ट्रांसजेंडर मतदाता है। इन कुल मतदाताओं में 15,406 सर्विस वोटर और 2,944 एनआरआई वोटर हैं।
युवा वोटरों पर सबकी नजर
18-19 आयु वर्ग के मतदाताओं की संख्या 9,99,667 है, जो पहली बार राज्य के विधानसभा चुनाव में अपने मतदाधिकार का प्रयोग करेंगे। कुल 2,290 उम्मीदवार मैदान में हैं। जिनमें 221 महिला और एक ट्रांसजेंडर शामिल हैं। ग्रेटर हैदराबाद के लाल बहादुर नगर निर्वाचन क्षेत्र में उम्मीदवारों की संख्या सबसे अधिक (48) है। इस सीट के सभी मतदान केंद्र पर चार मतपत्र इकाइयां तैनात की जाएंगी।
भारत के सबसे युवा राज्य तेलंगाना में बीआरएस और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है। विधानसभा में बहुमत का जादुई आंकड़ा 60 है। ऐसे में जो पार्टी इस आंकड़ों को पार करेगी राज्य में उसकी सरकार बनेगी।
राज्य में बीआरएस की सरकार बरकरार
बता दें कि, 2014 में तेलंगाना राज्य के गठन हुआ था। तब से ही राज्य में के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) की सरकार है। यहां अब तक दो बार चुनाव हुए और दोनों चुनावों में केसीआर की तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) को बहुमत मिला। साल 2022 में केसीआर ने अपनी पार्टी का तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) से बदलकर नया नाम भारत राष्ट्र समिति ( बीआरएस) कर दिया। पार्टी का नाम बदलने के बाद पहली बार बीआरएस मुकाबले में उतरी है। हालांकि, अभी पार्टी का चुनाव चिन्ह पुराना ही है।
2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान बीआरएस को 88, कांग्रेस को 19 और एआईएआईएम को 7 सीटें मिली। वहीं, तेलगू देशम पार्टी को 2 और अन्य के खाते में 2 सीटें मिली।
Created On :   29 Nov 2023 10:04 PM IST