राजनीति: सरकारी ई-मार्केटप्लेस का टर्नओवर चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में दोगुना हुआ

सरकारी ई-मार्केटप्लेस का टर्नओवर चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में दोगुना हुआ
भारत सरकार के ई-मार्केटप्लेस (जीईएम) का सकल व्यापारिक मूल्य (जीएमवी) चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सालाना आधार पर 136 प्रतिशत बढ़कर 1.25 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो कि पिछले वर्ष समान तिमाही में 52,670 करोड़ रुपये पर थी।

नई दिल्ली, 12 जुलाई (आईएएनएस)। भारत सरकार के ई-मार्केटप्लेस (जीईएम) का सकल व्यापारिक मूल्य (जीएमवी) चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सालाना आधार पर 136 प्रतिशत बढ़कर 1.25 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो कि पिछले वर्ष समान तिमाही में 52,670 करोड़ रुपये पर थी।

वित्त वर्ष 2024-25 के अप्रैल से जून की अवधि में सर्विसेज सेगमेंट में जीएमवी 80,500 करोड़ रुपये रहा है। वित्त वर्ष 2023-24 के मुकाबले इसमें 330 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।

सरकारी कंपनियों सहित केंद्रीय मंत्रालयों जिसमें कोयला, डिफेंस, पेट्रोलियम और गैस शामिल हैं। उनकी ओर से पहली तिमाही में एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की खरीदारी की गई है। इसमें सरकारी कंपनियों की हिस्सेदारी करीब 91,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की थी।

जीईएम के सीईओ प्रशांत कुमार सिंह ने कहा कि वित्त वर्ष 2023-24 में केंद्र सरकारी की एजेंसियों की ओर से 42,500 करोड़ रुपये की खरीद की गई थी। इस वित्त वर्ष में खरीद में बढ़ोतरी देखने को मिली है। केंद्रीय एजेंसियां लगातार खरीद प्रक्रिया में सुधार कर रही हैं और रिसोर्स का इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा देश के विकास के लिए किया जा रहा है।

जीईएम के आने से पारदर्शिता बढ़ी है और भ्रष्टाचार को कम करने में मदद मिली है। छोटे आकार के विक्रेता आने के कारण मार्केटप्लेस की दक्षता में सुधार हुआ है।

उन्होंने आगे कहा कि जीईएम प्लेटफॉर्म पर लेनदेन के चार्ज में 33 प्रतिशत से लेकर 96 प्रतिशत तक की कटौती करने के कारण विक्रेताओं को और अधिक फायदा मिला है और वे अधिक प्रतिस्पर्धी कीमतों पर सामान बेच पा रहे हैं।

जीईएम ने अपने 'वोकल फॉर लोकल' आउटलेट स्टोर में 'द आभार कलेक्शन' नामक एक पहल भी शुरू की है। 'आभार संग्रह' में 120 से अधिक उत्कृष्ट और हस्तनिर्मित उपहार आइटम और हैंपर्स प्रदर्शित किए गए हैं, जिनमें 'एक जिला, एक उत्पाद' (ओडीओपी) और ज्योग्राफिक इंडिकेशन (जीआई) श्रेणियों के चुनिंदा उत्पाद शामिल हैं, जिसकी कीमत 500 रुपये से 25,000 रुपये तक हैं, जिनका उपयोग सरकारी खरीदारों द्वारा उनके सभी आधिकारिक कार्यक्रमों में किया जा सकता है।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   12 July 2024 4:54 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story