अंतरराष्ट्रीय: गाजा युद्ध विराम समझौते की बहाली के लिए मिस्र का नया प्रस्ताव, हमास ने स्वीकारा, इजरायल के जवाब का इंतजार

गाजा युद्ध विराम समझौते की बहाली के लिए मिस्र का नया प्रस्ताव,  हमास ने स्वीकारा, इजरायल के जवाब का इंतजार
मिस्र ने गाजा युद्ध विराम समझौते को बहाल करने के उद्देश्य से इजरायल और हमास के समक्ष एक नया प्रस्ताव रखा है। मिस्र के दो सुरक्षा सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी।

काहिरा, 24 मार्च (आईएएनएस)। मिस्र ने गाजा युद्ध विराम समझौते को बहाल करने के उद्देश्य से इजरायल और हमास के समक्ष एक नया प्रस्ताव रखा है। मिस्र के दो सुरक्षा सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक नाम न बताने की शर्त पर सूत्रों ने कहा, "मिस्र ने रविवार रात युद्धरत पक्षों को जंग खत्म करने और शुरुआती युद्धविराम समझौते के दूसरे चरण पर बातचीत फिर से शुरू करने के लिए एक तत्काल प्रस्ताव भेजा।"

सूत्रों ने बताया कि नए प्रस्ताव के अनुसार, "हमास एक इजरायली-अमेरिकी सैनिक सहित पांच जीवित इजरायली बंधकों को रिहा करेगा, बदले में 40 दिनों के लिए संघर्ष विराम होगा जिससे दूसरे चरण की वार्ता का मार्ग प्रशस्त होगा।"

सूत्रों ने बताया कि हमास ने मिस्र के नए प्रस्ताव पर तुरंत सहमति दे दी, हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि इजरायली पक्ष ने इस पर कोई प्रतिक्रिया दी या नहीं।

रविवार को मिस्र के विदेश मंत्री बद्र अब्देलती और यूरोपीय संघ (ईयू) के विदेश मामलों और सुरक्षा नीति के उच्च प्रतिनिधि काजा कालास ने गाजा युद्धविराम वार्ता को फिर से शुरू करने की अपील की।

काहिरा में यूरोपीय संघ के शीर्ष राजनयिक के साथ बैठक के बाद संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए अब्देलती ने कहा, "सभी (इजरायली) बंदियों को रिहा करने का एकमात्र तरीका वार्ता की मेज पर लौटना और युद्धविराम समझौते का पालन करना है।" उन्होंने गाजा पट्टी में नागरिकों के खिलाफ इजरायली सैन्य अभियान फिर से शुरू करने को खारिज कर दिया।

अब्देलती ने 19 जनवरी को प्रभावी हुए गाजा युद्धविराम समझौते के दूसरे चरण की ओर तेजी से आगे बढ़ने की जरुरत पर भी जोर दिया।

कालास ने कहा कि ईयू इजरायली हमले फिर से शुरू होने के कारण गाजा में जानमाल के नुकसान को लेकर बहुत चिंतित है। उन्होंने कहा, "उन्हें (इजरायलियों को) बातचीत फिर से शुरू करनी चाहिए और वहां हत्याएं रोकनी चाहिए, बमबारी रोकनी चाहिए। बेशक, बंधकों को भी रिहा किया जाना चाहिए।"

कालास कहा, "हमारा संदेश स्पष्ट होना चाहिए: मानवीय कानून का पालन किया जाना चाहिए, लोगों की जान बचाई जानी चाहिए, और मानवीय सहायता लोगों तक पहुंचनी चाहिए।"

19 जनवरी को एक नाजुक युद्धविराम और बंधक-कैदी अदला-बदली समझौते के प्रभावी होने के बाद 18 मार्च को इजरायल ने गाजा में हवाई हमले फिर से शुरू कर दिए। इसके बाद इज़रायली सेना ने दक्षिणी, उत्तरी और मध्य गाजा में जमीनी अभियान भी शुरू कर दिए।

इजरायल और हमास इस बात पर सहमत होने में नाकाम रहे कि युद्ध विराम को प्रारंभिक चरण से आगे कैसे ले जाया जाए।

इस समझौते में तीन चरण शामिल हैं, और दूसरे चरण पर बातचीत छह सप्ताह पहले शुरू होनी थी - लेकिन ऐसा नहीं हुआ।

प्रस्तावित दूसरे चरण के तहत, इज़राइल गाजा से सैनिकों को वापस बुलाएगा। हालांकि इजरायल और अमेरिका ने पहले चरण के विस्तार के लिए दबाव डाला। हमास ने इससे इनकार किया।

गाजा स्थित स्वास्थ्य अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि 18 मार्च से शुरू हुए इजरायली हमलों में मरने वालों की संख्या 730 से ज्यादा हो गई है।

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Created On :   24 March 2025 7:36 PM IST

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