अंतरराष्ट्रीय: दक्षिण सूडान की सेना ने नासिर काउंटी पर फिर से कब्जा किया

दक्षिण सूडान की सेना ने नासिर काउंटी पर फिर से कब्जा किया
दक्षिण सूडान पीपुल्स डिफेंस फोर्सेज (एसएसपीडीएफ) ने अपर नाइल के नासिर काउंटी पर फिर से कब्जा कर लिया है। इस शहर को उसने मार्च में व्हाइट आर्मी मिलिशिया के साथ भीषण लड़ाई के बाद खो दिया था।

जुबा, 22 अप्रैल (आईएएनएस)। दक्षिण सूडान पीपुल्स डिफेंस फोर्सेज (एसएसपीडीएफ) ने अपर नाइल के नासिर काउंटी पर फिर से कब्जा कर लिया है। इस शहर को उसने मार्च में व्हाइट आर्मी मिलिशिया के साथ भीषण लड़ाई के बाद खो दिया था।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, एसएसपीडीएफ के प्रवक्ता लुल रुआई कोआंग ने रविवार को एक बयान में पुष्टि की कि नासिर के प्रमुख कस्बे पर फिर से कब्जा करना उन सैनिकों के लिए सबसे बड़ा उपहार है, जिन्होंने इसकी रक्षा और पुनः कब्जे के दौरान अपनी जान गंवाई।

मार्च में नासिर में दक्षिण सूडान की सेना और व्हाइट आर्मी के बीच भीषण लड़ाई छिड़ गई थी। व्हाइट आर्मी एक मिलिशिया है, जिसके बारे में सरकार का दावा है कि वह विपक्षी सूडान पीपुल्स लिबरेशन मूवमेंट-इन-ओपोजिशन से जुड़ी हुई है।

एसएसपीडीएफ की हालिया घोषणा पड़ोसी उलांग काउंटी के मुख्यालय पर नियंत्रण का दावा करने के कुछ दिनों बाद आई, जो व्हाइट आर्मी के साथ एक सप्ताह की लड़ाई के बाद हुआ।

इससे पहले अप्रैल में संयुक्त राष्ट्र राहत एजेंसी ने दक्षिण सूडान के अपर नील राज्य में लड़ाई के बाद नागरिकों की सुरक्षा और निर्बाध मानवीय पहुंच सुनिश्चित करने के लिए तेजी से तनाव कम करने का आह्वान किया था, जिसमें मार्च से अब तक 180 से अधिक लोग मारे गए थे।

दक्षिण सूडान के लिए संयुक्त राष्ट्र मानवीय समन्वयक अनीता किकी गेबेहो ने दक्षिण सूडान की राजधानी जुबा में जारी एक बयान में कहा कि सशस्त्र झड़पों और हवाई बमबारी में 250 से अधिक लोग घायल हुए हैं और लगभग 125,000 लोग विस्थापित हुए हैं।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, गेबेहो ने यह भी कहा कि 4 मार्च से शुरू हुई हिंसा में चार मानवीय कार्यकर्ता मारे गए हैं। लूटपाट और विनाश के कारण छह स्वास्थ्य सुविधाओं को बंद करना पड़ा है।

गेबेहो ने कहा, "हिंसा में यह नई बढ़ोतरी जरूर रुकनी चाहिए। यह हिंसा ऐसे समय में हुई है जब मानवीय सहायता के लिए धन कम होता जा रहा है और न केवल ऊपरी नील नदी में, बल्कि पूरे दक्षिण सूडान में तत्काल आवश्यकताएं बढ़ रही हैं। आज, देश भर में 9.3 मिलियन लोगों को सहायता की जरूरत है।"

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   22 April 2025 9:01 AM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story