समाज: जलवायु परिवर्तन का सांस्कृतिक धरोहर स्थलों पर प्रभाव, सुरक्षा के लिए उठाए गए महत्वपूर्ण कदम गजेंद्र सिंह शेखावत
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नई दिल्ली, 6 फरवरी (आईएएनएस)। जलवायु परिवर्तन के बढ़ते प्रभावों को देखते हुए सांस्कृतिक धरोहर स्थलों की सुरक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने गुरुवार को राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में बताया कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) नियमित रूप से सांस्कृतिक धरोहर स्थलों की निगरानी कर रहा है और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने के लिए वैज्ञानिक उपायों को लागू कर रहा है।
केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राज्यसभा में बताया कि एएसआई ने सांस्कृतिक धरोहर स्थलों के संरक्षण, पुनर्निर्माण और वैज्ञानिक उपचार के लिए जलवायु-प्रतिरोधी समाधानों को अपनाया है। इन समाधानों में स्थलों की समय-समय पर वैज्ञानिक उपचार, सुदृढ़ीकरण और संरक्षण की प्रक्रियाएं शामिल हैं, जो जलवायु परिवर्तन के नकारात्मक प्रभावों को कम करने में मदद करती हैं।
इससे पहले, एएसआई और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने संयुक्त सहयोग से कई ऐतिहासिक स्मारकों में स्वचालित मौसम स्टेशन (एडब्ल्यूएस) स्थापित किए, ताकि हवा की गति और दिशा, वर्षा, वायुमंडलीय दबाव, तापमान आदि की निगरानी की जा सके और जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाले किसी भी नुकसान या गिरावट का पता लगाया जा सके। इसके अलावा, आगरा में ताजमहल और औरंगाबाद में बीबी का मकबरा पर प्रदूषकों की निगरानी के लिए वायु प्रदूषण प्रयोगशालाएं भी स्थापित की गई हैं।
उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के मद्देनजर सांस्कृतिक विरासत स्थलों के संरक्षण के लिए समन्वित रणनीतियों को विकसित करने और उन्हें लागू करने के लिए समय-समय पर अन्य सरकारी एजेंसियों के साथ बैठक आयोजित की जाती हैं। एएसआई के अधिकारियों ने हाल ही में यूनेस्को के सहयोग से राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा आयोजित ‘सांस्कृतिक विरासत स्थलों के आपदा प्रबंधन’ पर एक अंतर्राष्ट्रीय परामर्श कार्यशाला में भी भाग लिया।
शेखावत ने आगे कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने एएसआई के सहयोग से जोखिम मूल्यांकन, जोखिम न्यूनीकरण उपायों, तैयारियों, आपातकालीन प्रतिक्रिया उपायों और आपदा के बाद की बहाली की योजना के लिए ‘सांस्कृतिक विरासत स्थलों और परिसरों के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन दिशानिर्देश’ तैयार किए हैं।
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Created On :   6 Feb 2025 9:42 PM IST