वन्य जीवन: 'इटावा सफारी पार्क' में 'रूपा' ने चार शावकों को दिया जन्म, 21 हुई बब्बर शेरों की संख्या

इटावा सफारी पार्क में रूपा ने चार शावकों को दिया जन्म, 21 हुई बब्बर शेरों की संख्या
उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में 'इटावा सफारी पार्क' में शेरनी 'रूपा' ने बीती रात चार स्वस्थ शावकों को जन्म दिया। यह रूपा का तीसरा प्रसव है। इससे पहले 3 सितंबर 2023 को उसने एक शावक को जन्म दिया था, जिसे मां द्वारा दूध न पिलाने के कारण कीपरों और चिकित्सकों की देखरेख में पाला गया था।

इटावा, 21 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में 'इटावा सफारी पार्क' में शेरनी 'रूपा' ने बीती रात चार स्वस्थ शावकों को जन्म दिया। यह रूपा का तीसरा प्रसव है। इससे पहले 3 सितंबर 2023 को उसने एक शावक को जन्म दिया था, जिसे मां द्वारा दूध न पिलाने के कारण कीपरों और चिकित्सकों की देखरेख में पाला गया था।

इटावा सफारी पार्क प्रशासन के अनुसार, शेरनी रूपा का मेल 5 जनवरी 2025 को गुजरात से आए नर शेर 'कान्हा' से कराया गया था। अनुमानित प्रसव तिथि 17 से 21 अप्रैल के बीच थी, जिसको लेकर प्रबंधन पूरी तरह सतर्क था। सफारी प्रबंधन ने बताया कि 20-21 अप्रैल की रात 12:35 बजे, 1:42 बजे, तड़के 5:59 बजे और सुबह 9:14 बजे शावकों ने जन्म लिया। प्रबंधन ने दो सीसीटीवी वीडियो भी जारी किए हैं।

सभी नवजात शावकों और शेरनी की स्थिति स्वस्थ बताई गई है। शावकों की देखभाल स्वयं 'रूपा' कर रही है। उनकी गतिविधियों पर निरंतर निगरानी रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। पशुपालन विभाग, उपमुख्य पशु चिकित्साधिकारी आर.के. सिंह, सफारी के वन्यजीव चिकित्सक डॉ. रोबिन सिंह यादव और डॉ. शैलेंद्र सिंह निगरानी कर रहे हैं।

मार्च 2025 में शेरनी 'नीरजा' ने भी तीन शावकों को जन्म दिया था, जो वर्तमान में एक माह से अधिक आयु के हैं। सफारी पार्क में अब तक कुल 16 शावकों का जन्म हो चुका है, जिनमें से नौ दूसरी पीढ़ी के हैं।

शेरनी 'रूपा' स्वयं भी इटावा सफारी पार्क में 26 जून 2019 को जन्मी थी। उसकी मां जेसिका ने वर्ष 2016 से 2020 के बीच कई शावकों को जन्म दिया था, जिनमें 'सुल्तान', 'सिम्बा', 'बाहुबली', 'भारत', 'सोना', 'गार्गी' और 'नीरजा' प्रमुख हैं।

इटावा सफारी पार्क के निदेशक डॉ. अनिल कुमार पटेल ने बताया कि वर्तमान में पार्क में कुल 21 बब्बर शेर हैं, जिनमें 16 यहीं जन्मे हैं। गुजरात के अतिरिक्त देश में बब्बर शेरों का यह एकमात्र सफल प्रजनन केंद्र है, जहां इनका संरक्षण और संवर्धन सतत रूप से जारी है।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   21 April 2025 4:13 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story