राजनीति: यूपी के युवा जॉब सीकर नहीं, जॉब क्रिएटर बन रहे, 67 दिनों में हर रोज 2,500 से अधिक आवेदन

यूपी के युवा जॉब सीकर नहीं, जॉब क्रिएटर बन रहे, 67 दिनों में हर रोज 2,500 से अधिक आवेदन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन के अनुरूप यूपी के युवा अब जॉब सीकर नहीं, जॉब क्रिएटर बन रहे हैं। इसकी गवाही एमएसएमई विभाग के आंकड़े दे रहे हैं। यूपी दिवस पर 24 जनवरी को लॉन्च 'मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान' सुपरहिट साबित हो रहा है। स्वरोजगार के लिए अभियान के तहत महज 67 दिनों में रिकॉर्ड 2,07,158 से अधिक आवेदन मिले हैं, यानी स्वरोजगार के लिए हर रोज ढाई हजार से अधिक आवेदन युवाओं ने किए हैं।

लखनऊ, 21 अप्रैल (आईएएनएस)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन के अनुरूप यूपी के युवा अब जॉब सीकर नहीं, जॉब क्रिएटर बन रहे हैं। इसकी गवाही एमएसएमई विभाग के आंकड़े दे रहे हैं। यूपी दिवस पर 24 जनवरी को लॉन्च 'मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान' सुपरहिट साबित हो रहा है। स्वरोजगार के लिए अभियान के तहत महज 67 दिनों में रिकॉर्ड 2,07,158 से अधिक आवेदन मिले हैं, यानी स्वरोजगार के लिए हर रोज ढाई हजार से अधिक आवेदन युवाओं ने किए हैं।

सीएम योगी के 'मिशन रोजगार' को एमएसएमई विभाग धरातल पर उतार रहा है। जिसका नतीजा है कि सीएम युवा अभियान के तहत एमएसएमई विभाग को मिले आवेदनों में से 1,66,522 आवेदन बैंकों को भेजे गए हैं। जबकि, 44,521 आवेदनों को बैंकों ने स्वीकृत कर दिया है और 30,595 युवाओं को स्वरोजगार के लिए लोन भी मिल गया है। 12 सौ करोड़ रुपए से अधिक के लोन वितरित किए गए हैं।

इस बारे में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार का कहना है कि ‘मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान’ सीएम योगी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। शासन स्तर से बैंकों के साथ नियमित समन्वय किया जा रहा है, ताकि फाइलें लंबित न रहें और प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे। साथ ही, विभाग की ओर से तकनीकी प्रशिक्षण, मार्केटिंग सपोर्ट और मेंटरशिप आदि जैसी सहायक सेवाएं भी मुहैया कराई जा रही हैं।

सीएम योगी की 'नए भारत के निर्माण में उत्तर प्रदेश की अग्रणी भूमिका' के विजन को साकार करने में यह योजना एक मजबूत कड़ी साबित हो रही है। ग्रामीण से लेकर शहरी क्षेत्रों तक, युवा आज इस अभियान के माध्यम से खुद का उद्यम शुरू कर रहे हैं, जिससे रोजगार सृजन हो रहा है। हमारा लक्ष्य है कि अगले कुछ महीनों में इस अभियान को और विस्तार दिया जाए और 2025-26 में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया जाए।

1 अप्रैल 2024 से 31 मार्च 2025 तक योजना के तहत निर्धारित 1 लाख के वार्षिक लक्ष्य की तुलना में 1,78,662 आवेदन मिले हैं। इसमें से 1,44,273 आवेदन बैंकों को भेजे गए, जिसमें से 40,492 स्वीकृत हुए और 28,471 युवाओं को स्वरोजगार के लिए लोन दिया गया। इस दौरान एमएसएमई विभाग की ओर से 113 करोड़ रुपए से अधिक की मार्जिन मनी स्वीकृत की गई, जो युवाओं को आर्थिक रूप से मजबूत कर रही है।

एमएसएमई विभाग को वित्तीय वर्ष 2025-26 में 18 अप्रैल 2025 तक 28,496 आवेदन मिले। इनमें से 22,249 आवेदन बैंकों को भेजे जा चुके हैं, जबकि 4,029 को स्वीकृति मिल चुकी है और 2,124 लाभार्थियों को धनराशि का वितरण हो चुका है। इस अल्प अवधि में ही करीब 9 करोड़ रुपए की मार्जिन मनी स्वीकृत हुई, जो सरकार की तत्परता और युवाओं की भागीदारी दोनों को दर्शाता है।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   21 April 2025 6:08 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story