गर्मी की मार: प्रदेश का सातवां सबसे गर्म जिला रहा सतना, राजस्थानी गर्म हवाएं बरसा रहीं आग

प्रदेश का सातवां सबसे गर्म जिला रहा सतना, राजस्थानी गर्म हवाएं बरसा रहीं आग
  • नौतपा का चौथा दिन
  • प्रदेश में रिकार्ड तोड़ गर्मी
  • 30 साल बाद मई में तापमान 47 डिग्री पार

डिजिटल डेस्क, सतना। गर्मी दिनोंदिन रिकार्ड तोड़ रही है। राजस्थान की तरफ से आ रहीं गर्म हवाएं आग बरसा रहीं हैं। गर्म हवाएं और सूरज के तल्ख तेवर का असर ये रहा कि मंगलवार को जिले का अधिकतम तापमान इस सीजन में सबसे अधिक 47.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। सतना प्रदेश का सातवां सबसे अधिक गर्म जिला रहा। मौसम विभाग के रिकार्ड में 30 वर्ष बाद ऐसा हुआ है जब मई माह का अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस के पार गया है। इससे पहले 31 मई 1994 को अधिकतम तापमान 47.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि एक-दो दिन में ये रिकार्ड भी धरासायी हो सकता है। वहीं वर्ष 2023 की बात करें तो इस समय का अधिकतम तापमान 43-44 डिग्री सेल्सियस के इर्द-गिर्द था। वैज्ञानिकों ने बताया कि मई के अंतिम सप्ताह में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के आसपास ही होना चाहिए। पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान में रिकार्ड तोड़ 3 डिग्री सेल्सियस इजाफा हुआ।

सूनी पड़ी सडक़ें, चौराहे भी खाली

भीषण गर्मी से आमजन का बुरा हाल है। सुबह 9 बजे के बाद ही सडक़ें सूनी हो जाती हैं। अन्य दिनों जिन चौराहों में हर समय जाम के हालात रहते हैं, वहां सन्नाटा छा जाता है। जरूरी होने पर लोग सिर में सफेद गमछा के साथ अन्य जतन कर बाहर निकल रहे हैं। घरों में न तो कूलर काम कर रहे और न एसी में राहत मिल रही। बिजली विभाग के फीडर ओवरलोड होने से बिजली की ट्रिपिंग भी बढ़ गई है। बिजली बंद होते ही लोग गर्मी से हलाकान हो जाते हैं।

लू के मामले बढ़े

रिकार्ड तोड़ गर्मी के बीच लू लगने के मामलों में इजाफा हो रहा है। अस्पताल सूत्रों की मानें तो हर दिन 10 से 15 मरीज लू की शिकायत पर इलाज कराने पहुंच रहे हैं। डॉक्टरों ने बताया कि तेज बुखार के साथ मुंह सूखना, चक्कर और उल्टी आना, कमजोरी के साथ शरीर में दर्द, अधिक पसीना आना, भारीपन लगना, अधिक प्यास और पेशाब कम लगना ये लू के लक्षण हैं। ऐसे लक्षण पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह दी गई है।

ऐसे करें बचाव

ऊधर भीषण गर्मी से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी की है। सीएमएचओ डॉ. एलके तिवारी ने बताया कि दोपहर 12 से 4 बजे तक घर से न निकलें, धूप में जाने से पहले सिर और कान को गमछे से ढक लें, मुलायम और सूती के ढीले कपड़े पहनें, अधिक पसीना आने पर ओआरएस का घोल पिएं, दही, लस्सी और फलों के रस का सेवन करें, मसालेदार भोजन से बचें, दिन में 5 लीटर से अधिक पानी का सेवन करें।

मौसम का मिजाज

तापमान डिसे में

अधिकतम 47.1

न्यूनतम 30.7

हवा में नमी प्रतिशत में

सुबह 37

शाम 13

Created On :   29 May 2024 7:27 PM GMT

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