दोहराने से बचने के लिए हमें अपने अतीत को याद रखना चाहिए : द कश्मीर फाइल्स के लेखक

We must remember our past to avoid repeating it: The Kashmir Files writer
दोहराने से बचने के लिए हमें अपने अतीत को याद रखना चाहिए : द कश्मीर फाइल्स के लेखक
आईएएनएस के साथ की खास बातचीत दोहराने से बचने के लिए हमें अपने अतीत को याद रखना चाहिए : द कश्मीर फाइल्स के लेखक
हाईलाइट
  • साम्प्रदायिक हिंसा की कई ऐतिहासिक घटनाओं से हम अवगत हैं
  • लेकिन निश्चित रूप से यह नहीं।

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कश्मीरी पंडितों के पलायन पर जागरूकता पैदा करने वाली द कश्मीर फाइल्स के पटकथा लेखक सौरभ एम पांडे का कहना है कि जहां फिल्म समुदाय के लिए न्याय पाने की उम्मीद जगाती है, वहीं इस तरह के एक भयानक हिस्से को याद करती है। भविष्य में ऐसी त्रासदी को रोकने के लिए हमारा इतिहास महत्वपूर्ण है।

फिल्म एक विवेक रंजन अग्निहोत्री निर्देशित है, जो मुख्यधारा के मीडिया में सुर्खियां बटोर रही है और 1990 में कश्मीरी पंडित समुदाय पर हुई क्रूरता पर दर्शकों से भारी प्रतिक्रिया प्राप्त कर रही है, जिन्हें अपनी मातृभूमि से भागने के लिए मजबूर किया गया था।आईएएनएस के साथ बातचीत में, फिल्म के पटकथा लेखक सौरभ ने अपने विचार साझा किए कि इतिहास को याद रखना क्यों महत्वपूर्ण है।

सौरभ ने कहा, जब हमारी फिल्म की बात आती है, तो हम जिस इतिहास के बारे में बात कर रहे हैं, उसका दस्तावेजीकरण और बात नहीं की गई है, ताकि बड़े पैमाने पर दर्शकों को इसके बारे में पता चले। हम सभी 1947 में हुई विभाजन की कहानी जानते हैं। साम्प्रदायिक हिंसा की कई ऐतिहासिक घटनाओं से हम अवगत हैं, लेकिन निश्चित रूप से यह नहीं।

नई पीढ़ी को हमारा इतिहास कैसे पता चलेगा, जब तक कि हम लोकप्रिय संस्कृति में बातचीत को मुख्यधारा के मीडिया में नहीं लाते? सिनेमा उस बातचीत को वापस लाने का एक ऐसा उपकरण है।

फिल्म के लेखक होने के नाते, जिन्होंने पहले द ताशकंद फाइल्स की कहानी भी लिखी थी और अग्निहोत्री के साथ मिलकर काम करते हुए, सौरभ ने बताया कि अतीत से आगे बढ़ना तभी संभव है, जब हम अतीत को याद करें।

आप देखिए, जब मैंने युवा होने के नाते दिवंगत प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की रहस्यमय मौत पर काम करना शुरू किया, तो मुझे भी वास्तविकता के बारे में इतनी सारी बातें नहीं पता थीं। कश्मीरी पंडितों के नरसंहार के साथ भी ऐसा ही था।

सौरभ ने बताया, इतिहास की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए, बेहतर भविष्य की ओर बढ़ने के लिए हमें इतिहास को याद रखना होगा। हमारी फिल्म द कश्मीर फाइल्स का इरादा भी ऐसा ही था।द कश्मीर फाइल्स में अनुपम खेर, पल्लवी जोशी, मिथुन चक्रवर्ती, चिन्मय मंडलेकर, दर्शन कुमार, प्रकाश बेलावाड़ी, पुनीत इस्सर और भाषा सुंबली हैं, जो सिनेमाघरों में धूम मचा रही है।

 

(आईएएनएस)

Created On :   23 March 2022 8:30 PM IST

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