हेलिकॉप्टर हादसे में ग्राम्रीणों की मदद को सेना ने सराहा, गांव को लिया गोद

The army appreciated the help of the villagers in the helicopter accident, adopted the village
हेलिकॉप्टर हादसे में ग्राम्रीणों की मदद को सेना ने सराहा, गांव को लिया गोद
कुन्नूर हेलिकॉप्टर क्रैश हेलिकॉप्टर हादसे में ग्राम्रीणों की मदद को सेना ने सराहा, गांव को लिया गोद
हाईलाइट
  • सेना ने गांव को लिया गोद
  • हेलिकॉप्टर हादसे में ग्रामीणों की मदद पर सेना ने दिया धन्यवाद

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तमिलाडु के कुन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर हादसे में सवार 14 लोगों में से 13 की जान चली गई थी। जिनमें देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत व उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 11 अन्य सैन्य अफसर थे। इस हादसे में वायुसेना के एकमात्र अधिकारी ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जीवित बचे हैं, जो बेंगलुरू के अस्पताल में जिंदगी व मौत से जूझ रहे हैं। इस घटना के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन में मदद के लिए भारतीय सेना ने स्थानीय लोगों को धन्यवाद दिया है। सेना ने कहा कि पीड़ितों के लिए ग्रामीण भगवान की तरह हैं। 

सेना ने ग्रामीणों को दिया धन्यवाद 

आपको बता दें कि हेलिकॉप्टर हादसे के बाद ग्रामीणों ने रेस्क्यू ऑपरेशन में बहुत मदद किया था। इकोनॉमिक्स टाइम्स रिपोर्ट के मुताबिक सेना ने कहा कि आप में से कई लोगों ने मदद की। ग्रामीणों की मदद के बिना 14 लोगों को समय पर अस्पताल नहीं ले जाया जा सकता था। अगर वायुसेना का एक अधिकारी जीवित है तो वह आप लोगों की वहज से हैं। वायु सेना ने आगे कहा कि आप सभी 14 लोगों के लिए भगवान की तरह थे। जिसके आप सभी का बहुत-बहुत धन्यवाद।

सभा व समारोह कि लिए गांव में बनेंगा शेड

आपको बता दें कि जनरल ऑफिसर कमांडिंग हेडक्वार्टर दक्षिण भारत, लेफ्टिनेंट जनरल ए अरुण ने कहा कि जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह अपने जीवन के लिए "लड़ाई" कर रहे थे। उनके प्रयासों के लिए उन्हें धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने उसे जीवित पाए जाने में मदद की। उन्होंने कहा कि सभा और समारोह के लिए गांव में एक शेड बनाया जाएगा। उन्होंने मुख्यालय दक्षिण भारत द्वारा गांव को गोद लेने की भी घोषणा की और कंबल, राशन सामग्री और सौर आपातकालीन लैंप वितरित किए।

हादसे में दो लोगों के जिंदा मिलने का दावा

बता दें कि कुन्नूर में भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद बचाव दल के एक सदस्य ने दावा किया है कि बचाव दल ने जनरल बिपिन रावत और ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह समेत दो लोगों को जीवित पाया था। एक वरिष्ठ फायरमैन एनसी मुरली ने टाइम्स ऑफ इंडिया के हवाले से कहा, हमने दो लोगों को जिंदा बचाया। एक थे सीडीएस रावत। जैसे ही हमने उन्हें बाहर निकाला, उसने हिंदी में रक्षा कर्मियों से कम स्वर में बात की और अपना नाम बोला।  उनके मुताबिक, जनरल रावत के शरीर के निचले हिस्से में गंभीर चोटें आई थीं। मुरली ने कहा, उन्हें बेडशीट में लिपटे एम्बुलेंस में ले जाया गया। उन्होंने कहा कि अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई।


 

Created On :   14 Dec 2021 11:43 PM IST

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