जेल में बंद अपदस्थ नेता आंग सान सू की सजा और 6 साल बढ़ाई गई
- पत्रकारों और जनता के मुकदमे में शामिल होने पर फिर से प्रतिबंध लगा दिया गया
डिजिटल डेस्क, यांगून। म्यांमार में सैन्य सत्ता के नियंत्रण वाली एक अदालत ने कथित भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद अपदस्थ नेता आंग सान सू की की सजा और 6 साल बढ़ा दी है।
समाचार एजेंसी डीपीए की रिपोर्ट के मुताबिक, वह अब भ्रष्टाचार के कुल 11 आरोपों और 18 अभियोगों का सामना कर रही हैं।
अप्रैल में उन्हें भ्रष्टाचार के पहले मामले में पांच साल जेल की सजा सुनाई गई थी। उन पर यांगून शहर के पूर्व मुख्यमंत्री से 600,000 डॉलर की रिश्वत और सोना स्वीकार करने का आरोप लगाया गया था।
इस बार उन्हें स्वास्थ्य और शिक्षा फाउंडेशन से धन के दुरुपयोग का दोषी पाया गया, जिसे उन्होंने अपनी मां की याद में स्थापित किया था।
पत्रकारों और जनता के मुकदमे में शामिल होने पर फिर से प्रतिबंध लगा दिया गया।
उसे पहले वॉकी-टॉकी रखने और कोरोनावायरस प्रतिबंध तोड़ने के लिए छह साल जेल की सजा सुनाई गई थी।
1991 के नोबेल शांति पुरस्कार विजेता को सभी मामलों में दोषी पाए जाने पर अधिकतम 190 साल की जेल का सामना करना पड़ सकता है, जिसमें 2020 के चुनाव के आसपास धोखाधड़ी के आरोप भी शामिल हैं। हालांकि अंतर्राष्ट्रीय पर्यवेक्षकों का कहना है कि वह जीत गईं।
77 वर्षीय आंग सान, राजधानी नायपीडॉ में एकांत कारावास में रही हैं।
लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए नेताओं की गिरफ्तार के क्रम में सेना द्वारा गिरफ्तारी के क्रम में आंग सान को 1 फरवरी, 2021 को गिरफ्तार किया गया था। तख्तापलट के बाद से म्यांमार में सैन्य शासन है।
विरोध और सशस्त्र प्रतिरोध को रोकने के लिए संघर्ष कर रही सेना के साथ म्यांमार उथल-पुथल में डूब गया है।
अधिकार समूहों का कहना है कि तख्तापलट के बाद से कम से कम 1,900 लोग मारे गए हैं और 14,000 से अधिक गिरफ्तार किए गए हैं।
(आईएएनएस)
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Created On :   16 Aug 2022 11:00 AM IST