अब्दुल्ला ने कहा, कश्मीर का हो अलग पीएम, मोदी ने कांग्रेस से मांगा जवाब
- पीएम ने कहा इसके लिए कांग्रेस को माफी मांगना चाहिए।
- पीएम मोदी ने एनसी के लीडर उमर अब्दुल्ला के कश्मीर के अलग पीएम वाले बयान पर जमकर निशाना साधा है।
- पीएम मोदी ने कहा 'क्या कारण है कि कांग्रेस का सहयोगी दल इस प्रकार की बात बोलने की हिम्मत कर रहा है?
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के लीडर उमर अब्दुल्ला के कश्मीर के अलग पीएम वाले बयान पर जमकर निशाना साधा है। पीएम मोदी ने कहा "क्या कारण है कि कांग्रेस का सहयोगी दल इस प्रकार की बात बोलने की हिम्मत कर रहा है? पीएम ने कहा इसके लिए कांग्रेस को माफी मांगना चाहिए। प्रधानमंत्री ने तेलंगाना में अपनी एक रैली के दौरान उमर के बयान के बहाने कांग्रेस और महागठबंधन में शामिल दलों को आड़े हाथों लेते हुए सवाल उठाए हैं।
पीएम मोदी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा, "महागठबंधन के सबसे तगड़े साथी में से एक नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला कहते हैं कि कश्मीर में अलग प्रधानमंत्री होना चाहिए।" पीएम ने लोगों से पूछा कि क्या कांग्रेस के इस साथी पार्टी की मांग आपको मंजूर है? हिंदुस्तान में किसी को भी मंजूर है? पीएम ने कहा, "वो कहते है हम घड़ी की सूई को पीछे ले जाएंगे और 1953 के पहले की स्थिति पैदा करेंगे और हिंदुस्तान में दो प्रधानमंत्री होंगे। कश्मीर में अलग प्रधानमंत्री होगा।" पीएम ने कहा, "मैं जानना चाहता हूं... कांग्रेस का जवाब देना होगा..महागठबंधन के सभी पार्टनरों को जवाब देना होगा.. क्या कारण है कि उनका साथी दल इस तरह की बात करने की हिम्मत कर रहा है?
PM Modi in Telangana says "Congress ke ek bade sahyogi dal, National Conference ne bayan diya hai ki Kashmir mein alag PM hona chahiye. Congress ko jawab dena hoga. Kya karan hai ki unka saathi dal is prakar ki baat bolne ki himmat kar raha hai." pic.twitter.com/S8BYKpaqrY
— ANI (@ANI) April 1, 2019
बता दें कि उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि "आज हमारे ऊपर तरह-तरह के हमले हो रहे हैं। 2020 तक कश्मीर से 35A और 370 को हटाए जाने की बात कही जा रही है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी हाल ही में धमकी दी कि जम्मू-कश्मीर से धारा 35A और 370 को हटाया जाएगा।" अब्दुल्ला ने कहा था, "जम्मू कश्मीर बाकी रियासतों की तरह नहीं है.. बाकी रियासत बिना शर्त के हिंदुस्तान में मिल गए। हमने शर्त रखी.. हम मुफ्त में नहीं आए। हमने कहा कि हमारी अपनी पहचान होगी, अपना संविधान होगा। हमने उस वक्त अपने "सरदार-ए-रियासत" और "वजीर-ए-आजम" को भी रखा था, इंशाअल्लाह उनको भी हम वापस ले आएंगे।"
#WATCH Omar Abdullah in Bandipora says, "Baaki riyasat bina shart ke desh mein mile, par humne kaha ki humari apni pehchan hogi, apna constitution hoga. Humne uss waqt apne "Sadar-e-Riyasat" aur "Wazir-e-Azam" bhi rakha tha, Inshallah usko bhi hum wapas le aayenge." pic.twitter.com/mPPoELKT8G
— ANI (@ANI) April 1, 2019
Created On :   1 April 2019 8:59 PM IST