दुखद घटना पर भी दिखे चीन के नापाक मंसूबे, एयरफोर्स ने ट्वीट कर सब्र रखने के लिए कहा
- इस लेख के बाद भारतीय हस्तियों ने चीनी अखबार को लिया लगे हाथ
- एयरफोर्स ने कहा- जांच होने तक अफवाहों से बचे
- चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने की हादसे की आलोचना
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। तमिलनाडु के कन्नूर में भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर क्रैश में बुधवार को भारत के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत समेत 13 लोगों की मौत पर चीनी मीडिया ने तंज कसा है।
आपको बता दे हाल ही में जनरल रावत ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर जारी तनाव को लेकर कहा था कि भारत के लिए असली खतरा चीन है न कि पाकिस्तान।
देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) बिपिन रावत की शख्सियत का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि विदेश से भी उनकी मृत्यु पर शोक संदेश आ रहे हैं।
लेकिन ड्रैगन अभी भी शांत नहीं बैठ पा रहा है, चीन में सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी की जबान मानेजाने वाला अखबार ग्लोबल टाइम्स भारत पर तंज कस रहा है।
ग्लोबल टाइम्स को चीनी सरकार का प्रॉपेगैंडा फैलाने वाले अखबार के रूप में भी जाना जाता है। ग्लोबल टाइम्स के इस बयान के बाद से भारत में इसकी जमकर आलोचना हो रही है।
गुरुवार को एक लेख प्रकाशित करते हुए ग्लोबल टाइम्स ने चीनी विशेषज्ञों के हवाले कहा कि एक शीर्ष सैन्य अफसर का इस तरह से हेलिकॉप्टर क्रैश होना और उसके कारण चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की मौत होना न केवल भारत की सैन्य अनुशासनहीनता और युद्ध की तैयारियों की पोल खोलता है बल्कि भारत के सैन्य आधुनिकीकरण की हकीकत को भी दर्शाता है। ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि भारत में सैन्य आधुनिकीकरण अब भी ठहरा हुआ है और इसमें लंबा वक्त लगेगा।
ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है, ""विश्लेषकों का मानना है कि चीन विरोधी भारत के शीर्ष सेना अधिकारी की मौत के बाद भी चीन को लेकर भारत की आक्रामक छवि में कोई परिवर्तन नहीं आएगा। भारतीय मीडिया में हेलिकॉप्टर क्रैश करने की वजह खराब मौसम, गलत ऊंचाई और तकनीकी गड़बड़ी बताई जा रही है। इन सब कारणों को मान भी लिया जाए तो इनसे यही पता चलता है कि यह गड़बड़ी मानवीय है न कि रूस में बने हेलिकॉप्टर में कमी होने के कारण। Mi-17 सिरीज के हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल दुनिया के कई देशों में होता है।""
इस आर्टिकल को ग्लोबल टाइम्स ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से भी शेयर किया गया है, जिसके बाद भारत में रोष की लहर दौड़ गई। इसी ट्वीट पर भारत के कई हस्तियों ने कड़ी आपत्ति जताई है।
भारत के पूर्व सेना प्रमुख जनरल वेद मलिक ने ग्लोबल टाइम्स के इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, ""सामाजिक मूल्यों और नैतिकता की घोर कमी है। ऐसे में हम चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी से और क्या उम्मीद कर सकते हैं?""
The death of India’s defense chief in a chopper crash on Wed. not only exposed the Indian military’s lack of discipline and combat preparedness, but also dealt a heavy blow to the country’s military modernization: Chinese expertshttps://t.co/4pZic8tNUs
— Global Times (@globaltimesnews) December 9, 2021
शिव सेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने ग्लोबल टाइम्स के इस ट्वीट की प्रतिक्रिया में लिखा है, ""अगर शर्मिंदगी का कोई चेहरा होता है तो आपका ट्विटर हैंडल इस मामले में मुफीद होता। सिक (sick)।""
The death of India’s defense chief in a chopper crash on Wed. not only exposed the Indian military’s lack of discipline and combat preparedness, but also dealt a heavy blow to the country’s military modernization: Chinese expertshttps://t.co/4pZic8tNUs
— Global Times (@globaltimesnews) December 9, 2021
इस पर वरिष्ठ पत्रकार अभिजीत मजूमदार ने लिखा है, ""ग्लोबल टाइम्स का यह ट्वीट चीन का दमदार विज्ञापन है कि वो कभी दुनिया का नेतृत्व करने लायक नहीं होगा। चीन केवल पाकिस्तान और उत्तर कोरिया जैसे तबाह मुल्कों को ही आकर्षित कर सकता है।""
This tweet is a great advertisement of why China will never be able to lead the world. A nation of programmed, sub-human, Communist bots will only attract rogue states like Pakistan and North Korea as followers. https://t.co/vNC7pkqE9h
— Abhijit Majumder (@abhijitmajumder) December 9, 2021
ग्लोबल टाइम्स ने इस लेख में बीजिंग के सैन्य विशेषज्ञ वेई डोंगचु बयान को भी छापा। वेई डोंगचु ने कहा है, ""Mi-17V5 हेलिकॉप्टर Mi-17 का आधुनिक वर्जन है। इसके इंजन और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस ज्यादा मजबूत और सक्षम हैं। इस वजह से ये ज्यादा विश्वसनीय है। हालांकि भारतीय सेना कई तरह के हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल करती है। इनमें देश के भीतर विकसित किए गए हेलिकॉप्टर भी शामिल हैं। इन हेलिकॉप्टरों में विदेशी तकनीक का ट्रांसफर किया गया है। इसमें कुछ पार्ट अमेरिका का होता है तो कुछ रूस का। संभव है कि इस वजह से समस्या हुई हो।""
एयरफोर्स ने कहा- जांच होने तक अफवाहों से बचे
इस हेलीकॉप्टर दुर्घटना के बाद से सोशल मीडिया पर तमाम तरह की अटकलें और अफवाह उड़ाई जा रही हैं। अब एयर फोर्स ने बयान जारी करते हुए अपील की है कि मामले में जांच पूरी होने तक अफवाहों से बचें।
भारतीय वायुसेना ने ट्ववीट कर लिखा, "8 दिसंबर को हुई दुखद हेलिकॉप्टर दुर्घटना की वजह की जांच के लिए एक ट्राई सर्विस कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का गठन किया गया।जांच तेजी से पूरी की जाएगी और तथ्य सामने आएंगे। तब तक मृतकों की गरिमा का सम्मान करने के लिए बेबुनियाद अटकलों से बचा जा सकता है।
IAF has constituted a tri-service Court of Inquiry to investigate the cause of the tragic helicopter accident on 08 Dec 21. The inquiry would be completed expeditiously facts brought out. Till then, to respect the dignity of the deceased, uninformed speculation may be avoided.
— Indian Air Force (@IAF_MCC) December 10, 2021
आपको बता दे एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में ट्राई सर्विस जांच शुरू कर दी गई है। एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह ने गुरुवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर क्रैश वाली जगह का दौरा किया।
Created On :   10 Dec 2021 11:59 AM GMT