भारत की चुनौती से घबराया चीन, भारतीय मिसाइल के आगे फीकी पड़ जाएंगी चीनी मिसाइल
- कंमाड ने ट्वीट कर इस परीक्षण की जानकारी दी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हम सदैव युद्ध के लिए तैयार रहते है, इस वाक्य को भारतीय नौसेना ने हकीकत में कर दिखाया। आपको बता दें एक हफ्ते पहले 19 अप्रैल को भारतीय नौसेना और अंडमान व निकोबार कमांड ने एक साथ मिलकर ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के एंटी शिप वर्जन का सफल टेस्ट किया।
अडंमान व निकोबार कमांड देशा का इकलौता ऐसा कमांड है जहां देश की तीनों सेनाओं का संचालन एक साथ होता है।
कंमाड ने ट्वीट कर इस परीक्षण की जानकारी दी। संयुक्त परीक्षण के पीछे की वजह बताते हुए कहा है कि हम सदैव युद्ध के लिए तैयार रहते है। इसे एक सप्ताह पहले भारतीय वायुसेना ने कर दिखाया,सेना ने सुखोई 30 एमकेआई फाइटर जेट से ब्रह्मोस मिसाइल का सफल परीक्षण किया।
#IndianNavy #ANC yet again demonstrate #CombatReadiness by successfully destroying target at sea through #AntiShip version of #BrahMos at AN Islands on 27 Apr 22.#SamNoVarunah#VictoryThroughJointness#AtmaNirbharBharat@HQ_IDS_India@indiannavy@DefenceMinIndia@PMOIndia pic.twitter.com/vewRl6foBy
— Andaman Nicobar Command (@AN_Command) April 28, 2022
ट्वीट में स्प्षट तौर पर लिखा है कि भारतीय नौसेना और एएनसी ने एक बार फिर अपने कॉम्बेट रेडीनेस को दिखाने के लिए समुद्र में मौजूद टारगेट को ब्रह्मोस मिसाइल के एंटी शिप वर्जन ने तबाह किया। ब्रह्मोस के एंटी शिप वर्जन के आधुनिक संस्करण की रेंज को बढ़ाया जा रहा है। पहले इनकी मारक क्षमता 290 किलोमीटर थी अब इसे बढ़ाकर 350 किलोमीटर कर दिया गया है।
आपको बता दें पिछले महीने ही भारतीय नौसेना ने हिंद महासागर में ब्रह्मोस के मॉडर्न वर्जन का सफल परीक्षण किया। ब्रह्मोस मिसाइल को जमीन, फाइटर जेट, पनडुब्बी और जंगी जहाज से चलाया जा सकता है।
Created On :   29 April 2022 12:25 PM IST