पश्चिम बंगाल: CAA पर लेक्चर देने पहुंचे BJP सांसद का छात्रों ने किया विरोध, खुद को कमरे में बंद करना पड़ा
- BJP सांसद स्वपन दासगुप्ता को यूनिवर्सिटी CAA पर बोलना था
- छात्रों से बचने के लिए स्वपनदास गुप्ता को कमरा बंद करना पड़ा
- स्वपन यूनिवर्सिटी कैंपस पहुंचे छात्रों ने विरोध करते हुए उन्हें घेर लिया
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पश्चिम बंगाल में विरोध प्रदर्शन जारी है। भारतीय जनता पार्टी के सांसद स्वपन दासगुप्ता को विश्वभारती यूनिवर्सिटी में बुधवार को छात्रों के एक वर्ग के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। यही नहीं उन्हें अपने आप को कमरे में बंद तक करना पड़ा।
अपने ट्वीट में स्वपन दास गुप्ता ने लिखा है, "CAA की एक शांतिपूर्ण बैठक पर भीड़ के हमले और धमकाने वाले छात्रों के बीच कैसा लगता है? इस समय यही हो रहा है, मैं विश्वभारती में एक बैठक को संबोधित कर रहा हूं। एक कमरे में बंद हूं और बाहर भीड़ है।" छात्रों के आरोपों का जवाब देते हुए स्वपन दासगुप्ता ने कहा कि, "मैं विश्वभारती में नागरिकता संशोधन कानून की भाषण श्रृंखला के तहत बोलने आया था। यह किसी राजनीतिक पार्टी का कार्यक्रम नहीं था।"
जानकारी अनुसार, बुधवार दोपहर 3:30 बजे बीजेपी सांसद को यूनिवर्सिटी के ऑडिटोरियम में बोलना था। इसकी अध्यक्षता वाइस चांसलर बिद्युत चक्रवर्ती कर रहे थे, लेकिन जैसे ही दासगुप्ता कैंपस पहुचे छात्रों ने उनका विरोध करते हुए उन्हें घेर लिया।
Students affiliated to Left student organisations held protest at Visva Bharati University; BJP Rajya Sabha MP Swapan Dasgupta says, "I had come to Vishva Bharati to address a lecture series on Citizenship Amendment Bill. It was not a party program". #WestBengal https://t.co/ivt1TeBpdd pic.twitter.com/Xigoj1ZrGD
— ANI (@ANI) January 8, 2020
दरअसल, भाजपा सांसद को बुधवार दोपहर विश्वविद्यालय के सामाजिक कार्य विभाग में नागरिकता संशोधन कानून पर लेक्चर देने के लिए आमंत्रित किया था, लेकिन जिस स्थान पर कार्यक्रम हो रहा था, उसके बाहर छात्रों के एक समूह ने बीजेपी सांसद की उपस्थिति के खिलाफ नारे लगाते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस घटना के बाद स्वपन दासगुप्ता ने ट्वीट किया कि नागरिकता कानून पर एक शांतिपूर्ण बैठक में भीड़ का हमला करना कैसा लगता है? यह तब हुआ जब मैं विश्वभारती यूनिवर्सिटी में संबोधित कर रहा था। मुझे कमरे में बंद कर दिया गया।
"नफरत फैलाने वालों को इजाजत नहीं"
वहीं, यूनिवर्सिटी की एसएफआई इकाई के नेता सोमनाथ साव ने कहा कि, "छात्र विश्वभारती की धरती पर किसी ऐसे व्यक्ति को प्रचार-प्रसार नहीं करने देंगे जो समुदायों के बीच नफरत को बढ़ावा देने वाला हो। यह विश्वविद्यालय रवींद्रनाथ टैगोर के आदर्शों पर खड़ा है।"
Created On :   8 Jan 2020 11:49 PM IST