Rajasthan borewell accident: बोरवेल ने छीनी एक और मासूम की जिंदगी, 10 दिन बाद बाहर निकाली गई 'चेतना', डॉक्टरों ने घोषित किया मृत
- राजस्थान बोरवेल हादसे में आई बुरी खबर
- जिंदगी की जंग हारी चेतना
- 10 दिन बाद गड्ढे से निकली बच्ची को डॉक्टरों मृत घोषित किया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बीते कुछ सालों से भारत में खुले बोरवेल में गिरने से कई मासूमों ने अपनी जान गंवा दी हैं। राजस्थान के कोटपुतली में भी यही हुआ। यहां बोरवेल में गिरी तीन साल की मासूम चेतना जिंदगी की जंग हार गई। बुधवार को 220 घंटे बाद रेस्क्यू टीम ने उसे बाहर निकाला और तुरंत हॉस्पिटल ले गई। जहां डॉक्टरों की टीम ने उसे मृत घोषित कर दिया। मिली जानकारी के मुताबिक बच्ची के शव का पोस्टमार्टम कोटपुतली के बीडीएम अस्पताल में चल रहा है।
दरअसल, 23 दिसंबर को राजस्थान के कोटपूतली के बड़ियाली गांव में तीन साल की चेतना खेलते समय बोरवेल में गिर गई थी। इसके बाद से ही प्रशासन, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें दरअसल, 23 दिसंबर को राजस्थान के कोटपूतली के बड़ियाली गांव में तीन साल की चेतना बोरवेल में गिर गई थी. इसके बाद से लगातार बच्ची को रेस्क्यू करने के लिए प्रशासन, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें बच्ची को रेस्क्यू करने के लिए जुटी हुई थीं।
10 दिन चला रेस्क्यू ऑपरेशन
तीन साल की चेतना को बचाने की कई प्रयत्न किए गए। 10 दिन तक रेस्क्यू ऑपरेशन भी चला, लेकिन मासूम को नहीं बचाया जा सका। इस रेस्क्यू ऑपरेशन में एसडीआरएफ के साथ एनडीआरएफ के भी कई जवान शामिल थे। साथ ही फायर ब्रिगेड, जेसीबी और नगर परिषद के भी कई कर्मचारी घटनास्थल पर तैनात रहे। इसके अलावा एसपी, एएसपी, डीएसपी और तीन थानों के थानाधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे।
'पोस्टमार्टम के बाद होगा खुलासा'
चिकित्सा अधिकारी चैतन्य रावत ने बताया कि बच्ची के लिए अस्पताल में अलग से बेड तैयार किया गया था। चेतना को यहां लाते ही हमारे डॉक्टरों ने परीक्षण किया लेकिन बच्ची की मौत हो चुकी थी। उन्होंने बताया कि मासूम की मौत कब हुई इसका पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगा। पोस्टमार्टम डॉक्टरों की तीन सदस्यीय टीम कर रही है।
बता दें कि बीते एक महीने में राजस्थान में बोरवेल में गिरने से ये दूसरे मासूम की मौत हुई है। इससे पहले दौसा के रहने वाले पांच साल के आर्यन की भी बोरवेल में गिरने से मौत हो गई थी।
Created On :   1 Jan 2025 9:49 PM IST