Regional Industrial Conclave 2025: शहडोल में हुई 7 वीं रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव में लगा उद्योगपतियों का मेला, तीन घंटे में 32,520 करोड़ के निवेश प्रस्ताव, 30,925 को रोजगार भी

शहडोल में हुई 7 वीं रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव में लगा उद्योगपतियों का मेला, तीन घंटे में 32,520 करोड़ के निवेश प्रस्ताव, 30,925 को रोजगार भी
  • हम तेजी से आगे बढ़ रहे- सीएम मोहन यादव
  • 'राज्य की अर्थव्यवस्था को दोगुना करने की दिशा में काम जारी'
  • 32,520 करोड़ के निवेश प्रस्ताव, 30,925 को रोजगार भी

डिजिटल डेस्क, शहडोल । इंजीनियरिंग कॉलेज में गुरूवार को हुई प्रदेश की 7 वीं रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव में तीन घंटे के भीतर 32,520 हजार करोड़ रूपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। इस निवेश से 30,925 लोगों को रोजगार मिल सकेगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 572 करोड़ रूपये के निवेश वाली 30 औद्योगिक इकाइयों का सिंगल क्लिक के माध्यम से शिलान्यास व लोकार्पण भी किया। इन 30 उद्योगों में 2600 लोगों को रोजगार प्राप्त होने की संभावना जताई गई। शहडोल संभाग सहित प्रदेश व देश भर से आए निवेशकों/उद्यमियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में देश को आगे बढ़ाने और अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए प्रत्येक स्तर पर गतिविधियां जारी हैं। राज्य की अर्थव्यवस्था को दोगुना करने के लक्ष्य पर संकल्पित भाव के साथ कार्य किया जा रहा है। इस क्रम में आरंभ की गई शहडोल रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव में अगली कड़ी के रूप में औद्योगिक गतिविधियों के विस्तार पर उद्योग समूह और निवेशकों के साथ संवाद होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहडोल संभाग के तीनों जिलों शहडोल, अनूपपुर और उमरिया के लिए प्राप्त हुए नए निवेश के प्रस्ताव उत्साहवर्धक हैं। प्रदेश में पर्यटन, स्वास्थ्य, खनन, भारी उद्योग, लघु एवं मध्यम उद्योग सहित सभी सेक्टर में निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो रहे हैं। पिछली इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव में जो एमओयू हुए थे उन पर सभी आवश्यक कार्यवाही कर ली गई है। इससे प्रदेश में औद्योगिक गतिविधियों के विस्तार के साथ युवाओं को रोजगार के भी पर्याप्त अवसर प्राप्त होंगे। दोपहर 1:20 से शाम 4:20 तक चली इस इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री ने 15 उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने औद्योगिक क्षेत्र गोहपारू का शिलान्यास एवं उप तहसील टप्पा में राजस्व कार्यालय भवन का लोकार्पण करने के साथ ‘इन्वेस्ट शहडोल’ पुस्तिका का विमोचन भी किया। इसके अलावा 102 इकाइयों को 401 एकड़ भूमि आवंटन के आशय पत्र प्रदान किए. इन इकाइयों में कुल 3,560 करोड़ का निवेश प्रस्तावित है, जिसमें 9500 से अधिक रोजगार सृजित होंगे।

शहडोल में अपार संभावनाएं

मुख्यमंत्री ने उद्योगपतियों से कहा कि शहडोल संभाग में उद्योगों की स्थापना की अपार संभावनाएं है। यह उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ से समीप है। शहडोल, खनिज संसाधनों से समृद्ध है। यहां कोयला, बॉक्साइट, फायर क्ले और ग्रेनाइट प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। यहां की वन संपदा और जैव विविधता इसे वन आधारित उद्योगों और औषधीय उत्पादों का प्रमुख केंद्र बनाती है। कॉन्क्लेव में मौजूद उप-मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने कहा कि आज का दिन शहडोल के लिए ऐतिहासिक दिन है। जो कान्क्लेव पहले इंदौर और भोपाल में आयोजित होती थी, उस रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव का आयोजन आज शहडोल में लोगों को रोमांचित कर रहा है। यह क्षेत्र कई कारणों से विकास की दौड़ में कुछ पीछे रह गया था अब यहां तेजी से विकास होगा।

3 नवीन औद्योगिक क्षेत्र बनेंगे

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने एमएसमएई इकाइयों के लिए 3नवीन औद्योगिक क्षेत्र बनाने की घोषणा की। इसमें ब्यौहारी तहसील में मऊ में 37 एकड़ क्षेत्रफल में, उमरिया के चंदिया तहसील अंतर्गत लोढ़ा में 12 एकड़ और अनूपपुर के बरगवां ग्राम में 11 एकड़ क्षेत्रफल में औद्योगिक क्षेत्र चिन्हित कर विकास शामिल है। यूआईटी इंजीनियरिंग कॉलेज शहडोल में स्नातक स्तर का बीटेक पाठ्यक्रम, आगामी सत्र से कम्प्यूटर साइंस में नई टेक्नोलॉजी एआईएमएल, आईओटी, ड्रोन आदि का समावेश करने, स्नातकोत्तर स्तर का एमटेक पार्ट टाइम पाठ्यक्रम के साथ माइनिंग इंजीनियरिंग भी इसी सत्र से प्रारंभ करने की मुख्यमंत्री ने घोषणा की। सेंट्रल वर्कशॉप, ट्रांसिट, हॉस्टल एवं स्पोट्र्स ग्राउंड भी इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में विकसित करने तथा अनूपपुर में रिंग रोड की भी घोषणा कॉन्क्लेव के दौरान डॉ. यादव ने की।

उद्योगपतियों से सीएम बोले ... मप्र में इन्वेस्टमेंट पॉलिसी काफी बेहतर

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रीजनल कॉन्क्लेव के अवसर पर शिलान्यास व लोकार्पित औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधियों व उद्यमियों से संवाद किया। 15 उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मप्र में इन्वेस्टमेंट की पॉलिसी बेहतर है। हम हर सेक्टर में उद्योग स्थापित करने पर सब्सिडी दे रहे हैं।आने वाले पांच वर्षों में, मप्र की जीडीपी को दोगुना करने का लक्ष्य लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं। कॉन्क्लेव के दौरान मुख्यमंत्री सागर, मुरैना, इंदौर और उज्जैन में इकाई स्थापित करने वाले इकाई संचालकों ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से चर्चा की। खेल के क्षेत्र में योगदान को लेकर क्रिकेटर पूजा वस्त्रकार ने भी चर्चा की।

6 राज्यों से 12 बड़े उद्योगपति

कॉन्क्लेव में 5 हजार से अधिक लोगों ने सहभागिता की, इसमें 3 हजार से जयादा एमएसएमई के प्रतिभागी रहे। राज्यों के 12 बड़े उषेगपति भी शामिल हुए जिनमें छत्तीसगढ़ से 3, कोलकाता 2, महाराष्ट्र 2, मध्यप्रदेश 2, पंजाब 1 व गुजरात से 2 उद्योगपति शामिल रहे। जिन क्षेत्रों में निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं उनमें खनिज, नवकरणीय ऊर्जा, पर्यटन, स्टील प्लांट, कृषि एवं उद्यानिकी शामिल हैं।

सबसे ज्यादा ऊर्जा क्षेत्र में निवेश

कुल 32,520 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव में से सबसे ज्यादा 18610 करोड़ के प्रस्ताव ऊर्जा क्षेत्र में प्राप्त हुए हैं। इसके अलावा खनन क्षेत्र में 6500 करोड़, नवीकरण ऊर्जा में 2700 करोड , टेक्सटाइल में 1200 करोड़ , सीमेंट, एथेनाल व राइस मिल मेें 300 करोड़ तथा एमएसएमई के 48 विभिन्न सेक्टरों में 1710 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।

Created On :   16 Jan 2025 9:20 PM IST

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