वैश्विक स्वास्थ्य में नई सफलता: मंकीपॉक्स की नई वैकसीन की WHO की हरी झंडी, अफ्रीका में जल्द शुरू होगा टीकाकरण अभियान
- मंकीपॉक्स वायरस का वैकसीन हुआ तैयार
- विश्व के 120 से अधिक देशों में फैल चुका है मंकीपॉक्स
- 120 देशो में 1 लाख 3,000 से अधिक मामलों की पुष्टी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दुनियाभर में फैली मंकीपॉक्स वायरस लोगों के लिए एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। यह वायरस 2022 से अब तक विश्व के 120 से अधिक देशों में फैल चुका है और इसके मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि होती जा रही है। फिलहाल इन 120 देशो में 1 लाख 3,000 से अधिक मामलों की पुष्टि की जा चुकी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस महामारी पर संज्ञान लेते हुए बवेरियन नॉर्डिके के टीके को मंजूरी देने की घोषणा कर दी है। संशोधित वैक्सीन एमवीए-बीएन को 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के सभी मरीजों में चेचक, एमपॉक्स और संबंधित ऑर्थोपॉक्सवायरस संक्रमण और बीमारी के खिलाफ टीकाकरण के लिए इस्तेमाल करने के निर्देश दिए गए हैं।.
डब्ल्यूएचओ ने एक बयान में कहा, "उपलब्ध आंकड़ों से पता चलता है कि एक्सपोजर से पहले दी गई एक खुराक एमवीए-बीएन वैक्सीन लोगों को एमपॉक्स से बचाने में अनुमानित 76 फीसदी प्रभावी है, जबकि 2 खुराक अनुमानित 82 फीसदी प्रभावी है।
.@WHO prequalified the first vaccine against #mpox, the MVA-BN vaccine: https://t.co/KxfqpRnIqE
— Tedros Adhanom Ghebreyesus (@DrTedros) September 13, 2024
This is an important step in our fight against the disease, both in the context of the current outbreaks in Africa, and in future.
We now need urgent scale up in production,…
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनोम घेब्येयियस ने कहा, "एमपॉक्स के खिलाफ टीके की मंजूरी अफ्रीका में मौजूदा प्रकोप और भविष्य दोनों के संदर्भ में, बीमारी के खिलाफ हमारी लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है।" घेब्रेयसस ने अपने बयान में सभी को टीके की खुराक सुनिश्चित करने के लिए खरीद, दान और वितरण को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके अलावा, उन्होंने कहा, "संक्रमण को रोकने, संचरण को रोकने और जीवन बचाने के लिए अन्य सार्वजनिक स्वास्थ्य उपकरणों की भी तत्काल आवश्यकता है।"
यह नई वैक्सीन अब तक 18 वर्ष से कम आयु के लोगों के लिए नहीं बनाई गई है। लेकिन डब्ल्यूएचओ ने निर्देश दिए हैं कि जल्द से जल्द शिशुओं, बच्चों, किशोरों और गर्भवती महिलाओं और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों के लिए भी ऐसे वैक्सीन को तैयार किया जाए। इसके साथ उन्होंने इसी वैक्सीन के ऑफ-लेबल को इन मरीजों पर उपयोग करने की सिफारिश की है। एमवीए-बीएन वैक्सीन को अमेरिका, स्विट्जरलैंड, सिंगापुर, कनाडा और यूरोपीय संघ और यूके में मंजूरी दे दी गई है।
Created On :   13 Sept 2024 11:59 PM IST