भारत ने जिसे रिजेक्ट किया उस विमान से यूक्रेन पर हमला करने की तैयारी में रूस, ब्रिटेन का दावा ये रूस का सबसे घातक विमान

रूस यूक्रेन युद्ध भारत ने जिसे रिजेक्ट किया उस विमान से यूक्रेन पर हमला करने की तैयारी में रूस, ब्रिटेन का दावा ये रूस का सबसे घातक विमान
हाईलाइट
  • इस विमान की यह खासियत है कि यह जल्दी रडार की पकड़ में नहीं आता है

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग को एक साल बीतने को है, लेकिन दोनों में से कोई भी देश पीछे हटने को तैयार नहीं है। इस बीच दावा किया जा रहा है कि रूस की सेना ने यूक्रेन के खिलाफ अपने सबसे खतरनाक विमान को जंग के मैदान में उतार दिया है। इसकी पुष्टि ब्रिटेन रक्षा मंत्रालय के खूफिया सूत्रों ने किया है। उन्होंने बताया है कि रूस इस समय जंग में सुखोई-57 फाइटर जेट का इस्तेमाल कर रहा है। मालूम हो कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब यह दावा किया गया हो कि रूस अब सुखोई-57 फाइटर जेट के जरिए यूक्रेन पर हमला कर रहा है। सुखोई-57 रूस के सबसे खतरानाक फाइटर जेट में से एक है और यह पांचवी पीढ़ी का फाइटर जेट है। जिसकी चर्चाएं अक्सर सभी देश करते हैं। 

ब्रिटेन की ओर से यह दावा किया गया है कि रूस जून 2022 से सुखोई-57 का इस्तेमाल कर रहा है। इसके अलावा रक्षा मंत्रालय ने यह बताया कि सुखोई-57 विमान इस समय रूस के क्षेत्र से उड़ते हुए यूक्रेन पर मिसाइल बरसाने का काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि शायद इसी वजह से रूसी विमानों की उड़ने की पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है। ब्रिटेन की रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी किए गए सैटलाइट में रूस के अखतूबिंस्क एयरबेस पर ये फाइटर जेट दिखाई दे रहे हैं। 

जानें फाइटर जेट की खासियत

वॉर जोन की रिपोर्ट के अनुसार, भले ही रूस इस समय  सुखोई-57 को अखतूबिंस्क एयरबेस पर तैनात किया गया है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि रूस ने यूक्रेन के खिलाफ जंग में इस विमान का इस्तेमाल किया है। रूस के लिए यह ऐयरबेस कई मायनों में महत्वपूर्ण है क्योंकि रूस के ज्यादातर हथियार यहीं पर मौजूद हैं। लेकिन रूस का यह एक मात्र ऐसा ऐयरबेस नहीं जहां पर सुखोई-57 तैनात है। विशेषज्ञों की माने तो रूस अभी जानबुझकर यूक्रेन में अपने घातक फाइटरों को नहीं उतार रहा है। 

रूस को इस बात का डर है कि यूक्रेन की मदद करने वाले देश उसके इस पांचवीं पीढ़ी के पहले विमान के बारे में सारी जानकारी हासिल कर लेंगे। सूत्रों के मुताबिक, अमेरिका के एफ-35 को मात देने के लिए रूस ने सुखोई-57 जंगी बेड़ों में शामिल किया है। इस विमान की यह खासियत है कि यह जल्दी रडार की पकड़ में नहीं आता है। इस विमान के निर्माण के लिए रूस ने भारत को प्रस्ताव दिया था लेकिन भारत ने इतनी पुरानी पीड़ी वाले विमान की तकनीक पर भरोसा नहीं जताया और डील से पीछे हट गया। रूस अब इस डील को तुर्की समेत कई अन्य देशों को ऑफर कर रहा है। 

Created On :   10 Jan 2023 7:42 PM IST

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