Ramadan 2019: रमजान के माह में गर्भवती महिलाएं ऐसे रखें अपना ख्याल
डिजिटल डेस्क। बरकतों और रहमतों का पाक महीना रमजान 4 मई या 5 मई को चांद देखने के बाद शुरु होगा। इस्लाम धर्म में रमजान माह को काफी पवित्र माना जाता है और इसका काफी महत्त्व भी है। इस दौरान पूरे एक महीने तक मुस्लिम समुदाय के लोग रोजे रखते हैं। रोजा रखने वाले रोजेदार लोगों को इस दौरान जीवनशैली और खान-पान को लेकर विशेष एहतियात रखना पड़ता है। इसकी वजह है कि सुबह सहरी के बाद पूरे दिन भूखा रहना पड़ता है और शाम को रोजा तोड़ते वक्त इफ्तारी के समय ही खाना खाया जा सकता है। वैसे तो रमजान के दौरान सभी रोजेदारों के लिए एक जैसे ही नियम होते हैं लेकिन प्रेग्नेंट महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों के लिए इन नियमों में कुछ रियायत दी गई हैं। आइए जानते हैं गर्भवती महिलाओं को रोजे के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
रोजे के दौरान इन बातों के रखें ख्याल गर्भवती महिलाएं-
- रोजे के दौरान यदि किसी गर्भवती महिला को कमजोरी महसूस होने लगे तो वह रोजा तोड़ सकती है।
- ऐसी गर्भवती महिला जिनका रक्तचाप कम या ज्यादा रहता हो, उन्हें भी रोजा नहीं रखना चाहिए।
- यदि आपको अचानक से महसूस होता है कि आपका बच्चा पेट में गतिविधि नहीं कर रहा है या कम कर रहा है तो उसी समय अपना रोजा तोड़ दें।
- प्रेगनेंसी के दौरान मां और बच्चे के स्वास्थ्य के लिए जरुरी है कि मां का वजन कम न हो, लेकिन अगर आपका बजन लगातार कम हो रहा है या डॉक्टर ने आपको रोजा रखने से मना किया है तो भी आप रोजा रखने से परहेज कर सकती हैं।
- रोजा के समय दिनभर पानी तक नहीं पिया जाता, लेकिन गर्भवती महिलाओं के लिए ऐसे में परेशानी खड़ी हो सकती है, ऐसे में अगर आपको बहुत ज्यादा प्यास लग रही है या यूरिन प्रॉब्लम हो रही है तो भी आप अपना रोजा तोड़ सकती हैं।
रोजे के दौरान खाने में बरती जाने वाली सावधानियां-
- सुबह खाई जाने वाली सहरी को कभी नहीं छोड़ें। यह आपको पूरा दिन ऊर्जावान बने रहने में मदद करती है।
- साथ ही भीगे बादाम के साथ अपने दिन की शुरुआत करें। इसके साथ फल, जूस या दूध का सेवन करें।
- दिनभर खुद को एनर्जी से भरपूर रखने के लिए खाने में उच्च-फाइबर वाला आहार जैसे सब्जियों के साथ पनीर,चिकन और अंडे के साथ मल्टीग्रेन रोटी का सेवन करें।
Created On :   30 April 2019 6:02 AM GMT