केरल में कासरगोड कोविड-19 का नया हॉटस्पॉट

Kasargod Kovid-19s new hotspot in Kerala
केरल में कासरगोड कोविड-19 का नया हॉटस्पॉट
केरल में कासरगोड कोविड-19 का नया हॉटस्पॉट
हाईलाइट
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तिरुवनंतपुरम, 28 मार्च (आईएएनएस)। केरल के उत्तरी छोर पर स्थित कासरगोड जिले में 76 कोरोनावायरस पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही यह जिला राज्य में एक नए हॉटस्पॉट बन गया है।

राज्य में संक्रमित मामलों की कुल संख्या 164 हो गई है। कासरगोड में ज्यादातर मामलों वे हैं जो विदेशों से लौटे हैं और उनके कारण दूसरे लोग संक्रमित हुए हैं।

शुक्रवार को ही, राज्य में जो नए 39 सकारात्मक मामले सामने आए उनमें से 34 इस जिले से थे। यह स्थिति मुख्यमंत्री पिनरई विजयन को जिले के लिए एक विशेष रणनीति तैयार करने के लिए मजबूर कर रही है, क्योंकि अब उन्हें डर है कि इस वायरस का प्रसार समुदाय के स्तर पर न पहुंच जाए।

ताजा मामला शुक्रवार को कन्नड़गढ़ जिले की दसवीं कक्षा की एक छात्रा का है, जिसे दूसरे स्तर के संपर्क के रूप में चिन्हित किया गया।

स्वास्थ्य अधिकारियों ने शनिवार को उन सभी छात्रों को आइसोलेशन में जाने के लिए निर्देशित किया जो इस लड़की के साथ बैठे थे। पिछले सप्ताह यह लड़की राज्य बोर्ड परीक्षा में बैठी थी।

विजयन ने कहा, कासरगोड में मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यहां सख्ती से नियंत्रण करने की जरूरत है। जो भी लोग हाल ही में प्रभावित राज्यों और देशों से लौटे हैं उन सभी को अधिकारियों के संपर्क में रहना होगा। किसी को भी खांसी, सांस फूलना और गला खराब होने के लक्षण आने पर चिकित्सा अधिकारियों से संपर्क करना चाहिए।

आईएएनएस से बात करते हुए सेंटर फॉर डेवलपमेंट स्टडीज के माइग्रेशन अध्ययन के विशेषज्ञ एस. इरुदायराजन ने कहा, देश में केरल में सबसे अधिक माइग्रेशन दर है और कोरोनोवायरस एक वैश्विक घटना है। ऐसे में केरल में अधिक मामले होना स्वाभाविक है।

इरुदयराजन ने कहा, हवाईअड्डे बंद होने से पहले चार अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डों और विदेशों से आए विशाल हुजुम ने प्राथमिक पॉजिटिव मामलों की संख्या अधिक कर दी।

कासरगोड के लिए पिछले हफ्ते पहली बार परेशानी तब शुरू हुई, जब एक निवासी मध्य-पूर्व से आया था। आने के बाद वह दोस्तों से मिला, शादी में शामिल हुआ। उसने एक विधायक को गले लगाया, विधायक ने दूसरे विधायक को गले लगाया।

इन सब मामलों ने विजयन को खुले तौर पर अपनी नाराजगी व्यक्त करने के लिए मजबूर किया। शुक्रवार को विजयन और भी गुस्से में थे और उन्होंने कहा कि अगर लोग इस तरह का व्यवहार करना जारी रखते हैं और सलाह का पालन नहीं करते हैं, तो ऐसे लोगों के पॉजिटिव परीक्षण आने पर उनके नाम सामने न लाने के नियम को वापस ले लिया जाएगा।

Created On :   28 March 2020 6:31 PM IST

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