Health: जानिए 5 तरह की चाय और उनके हेल्थ बेनिफिट के बारे में
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चाय की उत्पत्ति चीन में हजारों साल पहले हुई होगी, लेकिन यह आज भी दुनिया भर में सबसे लोकप्रिय है। 2013 में करंट फार्मास्युटिकल डिज़ाइन में एक स्टडी के अनुसार, इतने लंबे समय से चाय का सेवन इसलिए किया जा रहा है क्योंकि यह औषधीय लाभ प्रदान करता है। चाय के कुछ प्रकारों का सेवन हृदय और मेटाबॉलिक हेल्थ के रखरखाव के साथ जुड़ा हुआ है।
इसके अलावा, अधिकांश चाय के प्रकार पॉलीफेनोलिक कंपाउंड जैसे कैटेचिन और थिएफ्लेविन से भरे होते हैं, जो कि इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए जाने जाते हैं। इसका सेवन त्वचा और बालों की हेल्थ के लिए भी मददगार हैं। इसमें एंटी-एजिंग और एंटीडायबिटिक लाभ भी हैं। आज हम आपको पांच प्रकार की चाय के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद हैं:
1. ब्लैक टी
आप यह नहीं जानते होंगे, लेकिन ब्लैक टी अपने हाई कैफीन कंटेंट के कारण कॉफी और एनर्जी ड्रिंक का एक बहुत अच्छा विकल्प है। इसके अलावा, 2019 में इंटरनेशनल जर्नल ऑफ हेल्थ साइंसेज के एक अध्ययन में कहा गया है कि ब्लैक टी में एपिगैलोकैटेचिन गैलेट (ईजीसीजी), थियाफ्लेविन, थायरुबिगिन्स, एल-थिएनाइन (जो एक एमिनो एसिड है) और कई अन्य प्रकार के कैटेचिन जैसे पॉलीफेनोल उच्च मात्रा में मौजूद होते हैं। ये पॉलीफेनोल हृदय रोग, हाई कोलेस्ट्रॉल, मधुमेह, आदि जैसे पुराने रोगों से सुरक्षा प्रदान करते हैं।
2. ग्रीन टी
ग्रीन टी अपने एंटीऑक्सिडेंट कंटेंट के कारण वजन घटाने में मददगार होती है - इसका हाई ईजीसीजी कंटेंट कई अध्ययनों का विषय रही है। अधिकांश अध्ययन यह बताते हैं कि ग्रीन टी के सेवन से स्तन, फेफड़े, पेट और अन्य कैंसर से बचाव में मददगार है। इससे मस्तिष्क पर ऑक्सीडेटिव स्ट्रैस को रोकने, अल्जाइमर और पार्किंसन जैसी न्यूरोलॉजिकल बीमारियों के जोखिम को कम करने में भी मदद मिलती है।
3. ओलोंग टी
तेज धूप के संपर्क में आने से इस चाय की किस्म सेमी-ऑक्सीडाइज़्ड हो जाती है, जिससे इसकी पत्तियां रूखी और मुरझा जाती हैं। फूड एंड न्यूट्रिशन रिसर्च 2018 में एक अध्ययन के अनुसार, ओलोंग टी एक पारंपरिक चीनी चाय है जो एंटीऑक्सिडेंट, एंटी-माइक्रोबियल, कोलेस्ट्रॉल कम करने और कैंसर को रोकने वाले प्रभावों के लिए जानी जाती है। यह चाय वजन बढ़ाने और मोटापे की रोकथाम से भी जुड़ी है।
4. कैमोमाइल टी
कैमोमाइल टी में भी एंटी बैक्टेरियल और इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इसमें लिवर की बीमारी, दस्त और पेट के अल्सर के जोखिम को कम करने की क्षमता है। कुछ अध्ययनों ने बताया है कि यह महिलाओं में प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (पीएमएस) के लक्षणों को भी कम कर सकता है। लेकिन कैमोमाइल टी जिस चीज के लिए सबसे ज्यादा जानी जाती है, वो है अच्छी नींद पाने और अवसाद के संकेतों को कम करने की क्षमता।
5. माचा टी
माचा टी उन्हीं पत्तियों से आती है जिससे ग्रीन टी आती है, लेकिन यह कभी भी सूरज के संपर्क में नहीं आती है। कई लोग इस पावडर्ड ग्रीन टी को नियमित ग्रीन टी की तुलना में अधिक पौष्टिक मानते हैं। 2018 में न्यूट्रिएंट्स में एक अध्ययन से पता चलता है कि अन्य पॉलीफेनोल्स के अलावा, माचा में थीनिन नामक एमिनो एसिड असाधारण रूप से मौजूद होता है। जो तनाव और पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम कर सकता है।
Created On :   18 Aug 2020 8:57 PM IST