जल सेवा: पत्रकारिता विश्वविद्यालय में हिन्दी परिवार ने लगाए सकोरे एवं नि: शुल्क प्याऊ,कुलपति प्रो. डॉ. के. जी.सुरेश ने की प्रशंसा

पत्रकारिता विश्वविद्यालय में हिन्दी परिवार ने लगाए सकोरे एवं नि: शुल्क प्याऊ,कुलपति प्रो. डॉ. के. जी.सुरेश ने की प्रशंसा

    डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश के भोपाल में स्थित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के बिशनखेड़ी स्थित नवीन परिसर माखनपुरम में हिंदी परिवार ने निशुल्क प्याऊ एवं पक्षियों के लिए सकोरे लगाए। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ के जी सुरेश ने हिंदी परिवार की ओर से किए गए कार्य को अति प्रशंसनीय बताते हुए हिंदी परिवार के संस्थापक इलेक्ट्रॉनिक मीडिया विभाग के छात्र ओमकार अवस्थी एवं उनकी पूरी टीम को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

    इस खास मौके पर कुलपति प्रो डॉ के जी सुरेश ने कहा कि गर्मियों के दिन में इंसानों एवं पक्षियों दोनों को बहुत प्यास लगती है, ऐसे में हिन्दी परिवार द्वारा इस तरह का उत्कृष्ट कार्य करना सराहनीय है। भीषण तपती हुई गर्मी में बेजुवान परिंदे पानी पी सकेंगे।घरों की छतों, खिड़कियों, बगीचों, पेड़ों की डालियों आदि जगह सकोरे रखकर, बांधकर इनमें दाना डालकर हम पक्षियों की भूख-प्यास मिटा सकते हैं। उन्होंने आगे कहा हमारे मानव जीवन में पशु-पक्षी हमारे मित्र हैं।बेजुबान- मूक प्राणियों की सेवा करना सबसे बड़ी सेवा है।प्यासे को पानी मिल जाए इससे बड़ी कोई सेवा नहीं है।भीषण गर्मी में पानी मिलने से बड़ा सुकून मिलता है। उन्होंने अन्य सभी लोगों से गर्मी में पशु-पक्षियों के लिए सकोरे में पानी भरने की अपील की।

    इस मौके पर कुलसचिव प्रो (डॉ) अव‍िनाश वाजपेयी ने हिन्दी परिवार समूह को उत्कृष्ट कार्य के लिए बधाई दी और कहा की हिन्दी परिवार के द्वारा बढ़ती हुई गर्मी को देखते हुए विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर नि: शुल्क प्याऊ रखवाना जिससे तपती हुई गर्मी के मौसम में हर एक व्यक्ति तक शीतल जल पहुंच सके एवं विश्वविद्यालय परिसर में जगह - जगह पक्षियों के लिए सकोरे लगवाने का कार्य करना सराहनीय हैं हम पूरी टीम के लिए उज्जवल भविष्य की कामना करते है और अनंत शुभकामनाएं देते है।

    हिन्दी परिवार के संस्थापक ओमकार अवस्थी ने कहा हमारी पूरी टीम हमेशा सकारात्मक कार्य करने के लिए अग्रसर रहती है और सदैव अच्छे कार्य करने के लिए प्रयासरत रहती है। पानी ही गर्मी में बढ़ते तापमान से निजात दिलाने का सबसे सरल साधन है। जल इंसान- पशु-पक्षियों सब के लिए भी जरुरी है।इंसान तो आसानी से पानी की व्यवस्था कर लेता है, लेकिन पशु पक्षियों को काफी परेशानी होती है।इसको देखते हुए हिंदी परिवार ने सेवा भाव से पशु पक्षियों की प्यास बुझाने के नि:शुल्क सकोरे लगाने की व्यवस्था की।इनमें हम नियमित रूप से पानी भी भर रहे हैं। इस खास मौके पर सहायक प्राध्यापक डॉ. सतेन्द्र डहेरिया, राहुल खड़िया, लेफ्टिनेंट मुकेश कुमार चौरासे, सहायक प्रोग्रामर हेमेंद्र खरे, उपयंत्री मुकेश चौधरी, सुरेन्द्र धाकड़, देवेंद्र शर्मा एवं विद्यार्थी नीरज, प्रतीत, युवराज, ज्योतिर्मय, आर्यनमनीष, ऋतुराज, रुचिल, केशव , हिमांशु, वरुण, अमन एवं अन्य विद्यार्थियों ने भी सकोरे लगाए।

    Created On :   25 April 2024 5:05 AM GMT

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