मौत से पहले देते हैं यमराज संकेत, जानिए 'अमृत' की कहानी से
![Yama Raj sign before death, know from the story of nectar Yama Raj sign before death, know from the story of nectar](https://d35y6w71vgvcg1.cloudfront.net/media/2018/04/yama-raj-sign-before-death-know-from-the-story-of-nectar_730X365.jpg)
डिजिटल डेस्क, भोपाल। कहते हैं कि जन्म के साथ ही मृत्यु का समय भी निश्चित हो जाता है। संसार के कुछ नियम होते हैं, जिन्हें हर किसी को मानना पड़ता है, मृत्यु भी उन्हीं में से एक है। इस सच को कोई नहीं बदल सकता, लेकिन मृत्यु के पहले ही कुछ संकेतों के माध्यम से हमें पता चल जाता है कि मृत्यु कब हो सकती है।
माना जाता है कि यमलोक के दूत हर व्यक्ति को उसकी मौत से पहले यमराज के 4 संदेश भेजते हैं, जिनसे उन्हें ये पता चलता है कि अब उनका अंतिम समय आ गया है। यह संकेत समझना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। ये संकेत बहुत ही साधारण से होते हैं, जो सभी के जीवन में आते ही हैं। आज हम आपको एक प्रचलित कथा के माध्यम से बताएंगे कि यमराज के इन संकेतों को किस प्रकार समझा जा सकता है।
यम और अमृत की कथा
एक समय में यमुना के किनारे अमृत नाम का एक व्यक्ति रहता था। जो दिन-रात यमराज की पूजा किया करता था, क्योंकि अमृत को मृत्यु का भय था। इसी भय के चलते अमृत चाहता था कि यमराज उसके दोस्त बन जाएं और उसे अमृत्व का वरदान दें। एक दिन अमृत की कड़ी तपस्या देख यमराज उसके समक्ष प्रस्तुत हुए और कहा कि मांगो क्या मांगना है। तब अमृत ने यमराज से अमर होने का वरदान मांगा। इस पर यमराज ने कहा कि मैं तुम्हें अमर होने का वरदान नहीं दे सकता।
अमृत ने कुछ सोचा और फिर कहा कि ठीक है आप मुझे अमरता का वरदान मत दीजिए पर आप मुझे मेरी मृत्यु के पहले संकेत तो दे सकते हैं जिससे मैं अपने परिवार के लिए उचित व्यवस्थाएं कर सकूं। इस पर यमराज ने कहा कि ठीक है मैं तुम्हें संकेत दे दूंगा पर इसके बदले तुम्हें भी मुझसे एक वादा करना होगा कि जैसे ही तुम्हें मृत्यु का संकेत मिलेगा तुम संसार से विदा लेने की अपनी तैयारी करना शुरू कर दोगे। इतना कहकर यमराज अदृश्य हो गए।
साल बीतते गए और अमृत ने यम के वादे से आश्वस्त होकर सारी साधना छेड़कर अपने वादे के अनुसार विलासितापूर्ण जीवन जीना शुरू कर दिया। धारे-धीरे अमृत के बाल सफेल होने लगे, वह अपनी वृद्धावस्था की ओर बढ़ने लगा। कुछ समय बाद उसके सारे दांत टूट गए, फिर उसकी आंखों की रोशनी भी चली गई, और अंत में उसने बिस्तर पकड़ लिया। तब तक उसे यमराज का कोई संकेत नहीं मिला। वह आश्वस्त था कि मौत के पहले उसे यमराज के द्वारा संकेत दिया जाएगा।
एक दिन उसने अपने आस-पास यम के दूतों को देखा तो वह हैरान रह गया। उसने यमराज का पत्र ढूंढना शुरू कर दिया, पर उसे ऐसा कोई संदेश नहीं मिला। जब वह यमलोक पहुंचा तो उसने यमराज से कहा कि तुमने मुझे धोखा दिया है, तुम वादा करने के बाद अपने वादे से मुकर गए।
तब यमराज ने कहा कि तुम मूर्ख हो जो मेरे कागज-कलम से लिखे हुए संदेश का इंतजार कर रहे थे। मैंने तुम्हें चार संदेश दिये थे पर तुमने अपनी लालसा में उसे नजर अंदाज किया। जब तुम्हारे बाल सफेद हुए वह मेरा पहला संकेत था। जब तुम्हारे दांत टूटे वह तुम्हारा दूसरा संकेत था। जब तुम्हारी आंखों की रोशनी चली गई वह तुम्हारा तीसरा संकेत था। और जब तुम्हारे शरीर के सभी अंगों ने काम करना बंद कर दिया वह तुम्हारा चौथा और आखरी संकेत था, पर तुम इन संकेतों को नहीं समझ पाए।
इस प्रकार यमराज सभी को मौत से पहले ये 4 संकेत देते हैं, जिससे लोगों को पता हो जाए कि उनकी मृत्यु कब होने वाली है और उस बीच में वह अपने सारे अधूरे काम कर सकें।
पहला संकेत - बालों का सफेद होना
दूसरा संकेत – दांत गिरना
तीसरा संकेत - आंखों की रोशनी कमजोर होना
चौथा संकेत - कमर झुक जाना या शरीर के अंगों का ठीक से काम न करना
Created On :   2 April 2018 11:22 AM IST