Ravan Dahan 2024: रावण दहन के बाद राख को घर लाकर रखें सुरक्षित, इन समस्याओं को दूर करने में है कारगर

रावण दहन के बाद राख को घर लाकर रखें सुरक्षित, इन समस्याओं को दूर करने में है कारगर
  • घर को बुरी नजर से बचाती है ये राख
  • नकारात्मक ऊर्जा से बचाती है ये राख
  • रावण भस्म का लगाया जाता है तिलक

डिजिटल डेस्क, भोपाल। हिन्दू पंचांग के अनुसार, हर साल अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को दशहरा (Dussehra) का पर्व मनाया जाता है। इसे विजयदशमी (Vijayadashmi) के नाम से भी जाना जाता है, जो कि नवरात्रि (Navratri) के 9 दिनों के बाद आता है। हिन्दू धर्म में इस दिन को बेहद ही शुभ दिन माना गया है। क्योंकि, पुराणों के अनुसार यही वो दिन है जब भगवान श्री राम ने रावण को मारकर दुनिया से बुराई को खत्म किया था। साथ ही इसी दिन देवी भगवती ने महिषासुर को मारकर सृष्टि की रक्षा की थी। कुल मिलाकर यह दिन बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाया जाता है।

दशहरा के दिन शस्त्रों की पूजा की जाती है। इसके अलावा रावण दहन के बाद उसकी राख रूपी भस्म को घर लाने की परंपरा भी है। ऐसी मान्यता है कि, इस राख से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। इससे आप कई उपाय भी कर सकते हैं, जो आपके जीवन में सुखमय बनाते हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में...

घर को बुरी नजर से बचाती है

कई बार आपके घर को बुरी नजर लग जाता है, जिससे परिवार के सदस्यों में मामूली बातों पर झगड़े होना। आए ​दिन कलेश होना आम बात हो जाती है। इसका कारण घर में नकारात्मक ऊर्जा होती है। ऐसे आप रावण दहन के बाद उसकी राख घर लेकर आएं और उसे अपने घर के चारों ओर घुमाकर बाहर फेंद दें। इससे आपका घर बुरी नजर से बचेगा।

नहीं आएगी नकारात्मक ऊर्जा

घरों में नकारात्मकता ना आए, इसके लिए लोग कई सारे प्रयास करते हैं, लेकिन इसका प्रवेश हो ही जाता है। इसका कारण कई गलतियां भी होती हैं जिन पर ध्यान नहीं दिया जाता। लेकिन, इसके लिए आप रावण दहन के बाद उसकी राख का एक उपाय कर सकते हैं। यह कि, राख रूपी भस्म को एक लाल कपड़े में बांधकर घर मुख्य द्वार पर बांध दें। ऐसा करने से घर में नकारात्मकता प्रवेश नहीं करेगी।

तिलक लगाने से होंगे ये फादये

रावण दहन के बाद उसकी राख का तिलक लगाना भी अत्यंद शुभ माना गया है। ऐसी मान्यता है कि, जब भी आप किसी शुभ कार्य को करने जा रहे हैं तो इस राख का तिलक करें, इससे सफलता मिलने की संभावना बढ़ जाती है। क्योंकि, रावण की यह राख बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक होती है। इसलिए आप इन उपायों को जरूर आजमा सकते हैं।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग- अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष /वास्तुशास्त्री/अन्य) की सलाह जरूर लें।

Created On :   12 Oct 2024 3:20 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story