‌Beed News: बीड जिले में श्री दत्तात्रेय जयंती की मंदिरों में तैयारियां पूरी

बीड जिले में श्री दत्तात्रेय जयंती की मंदिरों में तैयारियां पूरी
  • सजावट व आकर्षक रोशनाई देखते ही बन रही
  • मंदिरों में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन

‌Beed News माजलगांव,बीड, गेवराई, परली वैद्यनाथ,केज, अंबाजोगाई,आष्टी,पाटोदा, किल्ले धारूर, वडवणी सहित तहसीलों में दत्तात्रेय जयंती हर्षौउल्लास से मनाने की तैयारी की जा रही है। बीड जिले में विभिन्न मंदिरों में 14 दिसंबर श्री दत्तात्रेय जयंती के अवसर पर पिछले कुछ दिनों से मंदिर समिति के ओर से मंदिर की साफ-सफाई,रंग रोगन ,सजावट आदि तैयारियां की जा रही है जो अंतिम चरण में है। बीड जिले में वैदिक पंचांग के अनुसार, इस बार मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा तिथि 14 दिसंबर को शाम 4 बजकर 58 मिनट पर शुरू होगी। इसका समापन 15 दिसंबर दोपहर 2 बजकर 31 मिनट पर होगा। दत्तात्रेय जयंती 14 दिसंबर को मनाई जाएगी। इस दिन हजारों श्रध्दालु भगवान दत्तात्रेय की पूजा - अर्चना कर आराधना करेंगे।

श्रीगुरुदेवदत्त के नाम से जाने जाते हैं : भगवान दत्तात्रेय ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों देवताओं के अंश माने जाते हैं। भगवान दत्तात्रेय की जयंती मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान दत्तात्रेय मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा तिथि को अवतरित हुए थे। दत्तात्रेय भगवान के साथ-साथ गुरू का भी स्वरूप माने जाते हैं. इसलिए भगवान दत्तात्रेय को श्रीगुरुदेवदत्त के नाम से भी जाना जाता है।

दत्तात्रेय जयंती का महत्व : भगवान दत्तात्रेय महर्षि अत्रि और माता अनुसूया के पुत्र के रूप में अवतरित हुए थे। हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, माता अनुसूया ने कठिन साधना की थी। इसके फलस्वरूप ही तीन देव बह्मा, विष्णु और महेश ही भगवान दत्तात्रेय के रूप में अवतरित हुए थे।माना जाता है कि दत्तात्रेय जयंती पर जो कोई भी गंगा स्नान, दान - पुण्य और पूजा करता है, उसके सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। साथ ही उस पर ईश्वर कृपा करते हैं। साथ ही जो कोई भी उनके बताए रास्तों पर चलता है उसे मोक्ष प्राप्त हो जाता है।

मंदिरों में धार्मिक कार्यक्रम : दत्तात्रेय जयंती पर्व के अवसर बीड जिले के सभी भगवान दत्तात्रेय मंदीरो में गुरु चरित्र पारायण का आयोजन किया गया है। इसमें गुरु चरित्र पारायण, श्री की महाआरती, भजन होंगे। इस दत्त जन्मोत्सव समारोह में दत्त प्रतिमा महाभिषेक, गोमाता पूजन, कीर्तन भजन एवं महाप्रसाद का आयोजन किया गया है।मंदिर समिति के ओर से समस्त पंचक्रोशी भक्तों से दत्त जन्मोत्सव समारोह में सम्मिलित होकर महाप्रसाद का लाभ उठाने का आह्वान किया गया है।

Created On :   12 Dec 2024 6:39 PM IST

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