कानपुर: कुख्यात अपराधी विकास दुबे का सहयोगी दयाशंकर गिरफ्तार, बोला- रेड से पहले पुलिस स्टेशन से फोन आया था

Vikas Dubeys gang-member Daya Shankar arrested
कानपुर: कुख्यात अपराधी विकास दुबे का सहयोगी दयाशंकर गिरफ्तार, बोला- रेड से पहले पुलिस स्टेशन से फोन आया था
कानपुर: कुख्यात अपराधी विकास दुबे का सहयोगी दयाशंकर गिरफ्तार, बोला- रेड से पहले पुलिस स्टेशन से फोन आया था

डिजिटल डेस्क, कानपुर। कानपुर देहात में आठ पुलिस वालों की हत्या को अंजाम देने वाले कुख्यात अपराधी विकास दुबे के सहयोगी दयाशंकर अग्निहोत्री को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कानपुर के कल्याणपुर थाना क्षेत्र से उसे गिरफ्तार किया गया है। उसके पैर में गोली लगी है जिसके चलते उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पूछताछ में दयाशंकर से कई खुलासे भी किये हैं। दयाशंकर ने बताया कि  विकास दुबे को पुलिस स्टेशन से एक फोन आया था। जिसके बाद उसने लगभग 25-30 लोगों को बुलाया। उसने पुलिस कर्मियों पर गोलियां चलाईं। दयाशंकर ने कहा, "मुठभेड़ के समय मैं घर के अंदर बंद था, इसलिए मैंने कुछ भी नहीं देखा।"

कानपुर के एसएसपी दिनेश कुमार के मुताबिक, 40 वर्षीय दया शंकर अग्निहोत्री को कल्याणपुर इलाके में सुबह के करीब 4.40 बजे पुलिस ने धर दबोचा। उन्होंने कहा, दयाशंकर ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की टीम ने उसके पैर में गोली मार दी और फिर उसे गिरफ्तार कर लिया। उसके पास एक एक देसी कट्टा और कारतूस बरामद किए गए हैं। पुलिस ने कहा कि अग्निहोत्री से शुक्रवार की घटना की जांच कर रही विभिन्न एजेंसियों द्वारा पूछताछ की जाएगी, जिससे केस के संदर्भ में कुछ अहम सुराग मिल सकते हैं। बता दें कि विकास दुबे की गिरफ्तारी के लिये यूपी एसटीएफ की टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं। 

बता दें कि उत्तरप्रदेश के कानपुर में शुक्रवार रात करीब एक बजे हिस्ट्री शीटर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर बदमाशों ने अंधाधुंध गोलियां बरसा दी थीं। इसमें सर्कल ऑफिसर (DSP) और 3 सब इंस्पेक्टर समेत 8 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी। वहीं घटना में करीब 12 पुलिसकर्मी और 7 स्थानीय लोग भी घायल हो गए थे। इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में आरोपी विकास दुबे के मामा प्रेम प्रकाश पांडेय और उसके एक साथी अतुल दुबे को मार गिराया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी और उनके परिजनों के लिए संवेदना व्यक्त की। विकास दुबे पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था जिसमें योगी सरकार ने बढ़ाकर एक लाख रुपए कर दिया है।

विकास दुबे से मिलीभगत के आरोप में कानपुर के आईजी मोहित अग्रवाल ने चौबेपुर के SHO विनय तिवारी सस्पेंड कर दिया है। बताया जा रहा है कि कुछ पुलिसकर्मियों ने ही गैंगस्टर विकास दुबे को पुलिस रेड की सूचना दी थी। उधर, पुलिस ने विकास दुबे के किलेनुमा घर को खंडहर में तब्दील कर दिया है। पूरे मकान के चारों तरफ लगभग 12 फिट ऊंची चारदीवारी थी। घर के मेनगेट पर दो सीसीटीवी कैमरे लगे थे, इसी तरह से घर के चारों तरफ भी कैमरे लगाए गए थे।

Created On :   5 July 2020 2:18 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story