एनकाउंटर: विकास दुबे का बॉडीगार्ड था एनकाउंटर में ढेर अमर, 29 को हुई थी शादी, जानें पूरी कुंडली
डिजिटल डेस्क, कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के छह दिन बाद पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने आज (बुधवार, 8 जुलाई) सुबह मुख्य आरोपी विकास दुबे का राइट हैंड अमर दुबे को एनकाउंटर में पश्चिमी यूपी के हमीरपुर में मार गिराया है। अमर कानपुर में पुलिस पर हमले का आरोपी था और उस पर 25 हजार रुपए इनाम घोषित किया गया था। अमर विकास के सबसे खास लोगों में से एक था।
2 जुलाई की रात कानपुर देहात के बिकरू गांव में शूटआउट के मामले में भी अमर दुबे की तलाश थी। यूपी पुलिस ने जिन अपराधियों की तस्वीरें जारी की थी, उसमें अमर दुबे का नाम सबसे ऊपर था। एक न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, वो मुख्य आरोपी विकास दुबे का चचेरे भाई का लड़का था। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वो विकास के पर्सनल बॉडी गार्ड का भी काम करता था। वो हमेशा असलहे से लैस रहता था। पुलिस को अमर के विकास दुबे के साथ ही भागने की जानकारी तब हुई जब पुलिस को उसकी फोर्ड कार औरैया-दिबियापुर हाइवे पर मिली थी। कार के अंदर मिले दस्तावेजों से अमर के लखनऊ स्थित घर का पता चला था।
29 जून को हुई थी अमर दुबे की शादी
एनकाउंटर में मारे गए अमर दुबे की इसी 29 जून को शादी हुई थी। अमर दुबे, विकास के चचेरे भाई संजय दुबे का बेटा है। अमर के सगे चाचा अतुल और विकास दुबे के मामा प्रेम प्रकाश का 3 जुलाई को पुलिस ने बिकरू गांव के पास एनकाउंटर किया था। अमर अपने चाचा अतुल दुबे के साथ विकास दुबे का मुख्य शूटर था।
पुलिस ने ऐसे किया अमर दुबे का एनकाउंटर
हमीरपुर के एसपी श्लोक कुमार ने बताया कि अमर दुबे की छिपे होने की सूचना पर पुलिस टीम ने घेराबंदी की थी। इस दौरान अमर ने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में वह मारा गया। उसके पास से एक ऑटोमेटिक हथियार और बैग मिला है। इस एनकाउंटर में एसओ और एसटीएफ के एक कॉन्स्टेबल को गोली लगी है। इस बीच एसटीएफ विकास दुबे को तो नहीं पकड़ पाई, लेकिन उसने प्रभात और अंकुर नाम के उसके दो करीबियों को गिरफ्तार कर लिया है। अंकुर के बारे में बताया जाता है कि उसी ने फरीदाबाद में विकास दुबे के छिपने में मदद की थी। वो विकास दुबे के लिए होटल बुक करने की कोशिश कर रहा था।
कानपुर घटना के बाद से फरार अमर पर था 25 हजार का इनाम
पुलिस ने बताया कि अमर दुबे विकास दुबे के साथ कानपुर के बिकरू गांव में पुलिस पर किए गए हमले में शामिल था। अमर ने विकास और उसके साथियों के साथ मिलकर पुलिस की टीम पर गोलाबारी की थी। घटना में 8 पुलिसकर्मियों के शहीद हो जाने के बाद से पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही थी। वह घटना के बाद से फरार था। पुलिस ने अमर पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था।
हरियाणा के फरीदाबाद से भागकर हमीरपुर में रिश्तेदार के यहां आया था छिपने
पुलिस ने बताया कि अमर दुबे हमीरपुर के मौदहा इलाके में अपने किसी रिश्तेदार के घर छिपने के इरादे से आया था। इससे पहले वह हरियाणा के फरीदाबाद में छिपा हुआ था। अमर दुबे की मूवमेंट के बाद उसे STF ने घेरकर सरेंडर करने के लिए कहा था। इसी दौरान दुबे ने भागने की कोशिश करते हुए गोलीबारी की और क्रॉस फायरिंग में पुलिस ने उसे ढेर कर दिया।
मंगलवार को पुलिस से बच निकला आरोपी विकास दुबे
एक अधिकारी ने बताया कि इस जघन्य वारदात का मुख्य आरोपी ढाई लाख का इनामी गैंगस्टर विकास दुबे अब भी फरार है। मंगलवार को ढाई लाख रुपए का इनामी बदमाश विकास दुबे मंगलवार को पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था। राष्ट्रीय राजमार्ग बड़खल चौक स्थित श्रीसासाराम ओयो गेस्ट हाउस में विकास और उसके गुर्गों के छिपे होने की सूचना मिली थी। क्राइम ब्रांच की टीम ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली, जिसमें विकास दुबे जैसे दिखने वाले एक शख्स की फुटेज भी पुलिस ने कब्जे में ली है।
चौबेपुर थाने के सभी पुलिसकर्मी विकास के संपर्क में, सभी लाइन अटैच
उधर थाने में लाइन से नए पुलिसकर्मियों की तैनाती भी कर दी गई है। दहशतगर्द विकास दुबे का कारखास बना पूरा चौबेपुर थाना मंगलवार एसएसपी दिनेश कुमार पी ने लाइन हाजिर कर दिया। इसमें 68 पुलिसकर्मी शामिल हैं। अब इन सभी के खिलाफ जांच भी शुरू हो गई है। एसएसपी के मुताबिक जांच में पाया गया कि बदमाश विकास दुबे के संपर्क में चौबेपुर थाने के सभी पुलिसकर्मी हैं। इसलिए सभी 13 दरोगा, 10 हेड कांस्टेबल, 45 कांस्टेबल लाइन हाजिर कर दिया गया है। प्रत्येक पुलिसकर्मी पर मुखबिरी के साथ विकास दुबे का साथ देने का आरोप है।
विकास की निलंबित एसओ विनय तिवारी से थी यारी
निलंबित एसओ विनय तिवारी की विकास से यारी थी। हलका इंचार्ज समेत हलके सिपाही उसके धर पर माथा टेकने जाते थे। सीडीआर से भी खुलासा हुआ था कि सभी लगातार विकास के संपर्क में रहते हैं। एसएसपी ने बताया कि सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच की जा रही है। मोबाइल जब्त हैं। सीडीआर की तफ्तीश जारी है।
Created On :   8 July 2020 9:57 AM IST