काला जादू के चलते पिता ने मासूम बेटी की दी बलि,इससे पहले केरल में भी सामने आ चुकी है ऐसी ही घटना
डिजिटल डेस्क,अहमदाबाद। गुजरात से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है,जहां काला जादू के चक्कर में एक मासूम की जान चली गई। हैरानी की बात यह भी है कि मासूम की जान लेने वाला कोई और नहीं बल्कि बच्ची का पिता ही है। हाल ही में केरल में भी ऐसा ही मामला सामने आया था जिसमें एक दंपत्ति ने दो महिलाओं की बलि चढ़ा दी थी।
बता दें पिता द्वारा मासूम बच्ची की जान लेने की यह घटना गुजरात के गिर सोमनाथ जिले के धावा गांव की है। बताया जा रहा है कि तांत्रिक विधा के चक्कर में पिता ने अपनी बेटी की जान ले ली। बच्ची के पिता को शक था कि उसकी 14 साल की बेटी के शरीर में किसी भूत का निवास है। बच्ची के शरीर से भूत को भागने के लिए पिता ने एक से सात अक्टूबर तक तांत्रिक विद्या का (काला जादू) का सहारा लिया। इस दौरान पिता ने बेटी को बहुत ज्यादा यातनाएं दी। पहले पिता ने बच्ची को डंडे और तारों से पीटा। यही नहीं अनुष्ठान के दौरान बच्ची को भुखा-प्यासा भी रखा। जिस वजह से मासूम बच्ची ने सातवें दिन दम तोड़ दिया। इसके बाद पिता ने बेटी के शव को प्लास्टिक और कंबल में लपेटकर श्मशान में जला दिया, ताकि घटना के बारे में किसी को भनक न लगें।
किसी ने फोन से दी पुलिस को सुचना
घटना के बारे में कुछ दिन पहले किसी ने पुलिस को जानकारी दी और कहा कि भावेश अकबरी ने अपनी बेटी धैर्या पर काला जादू और तंत्र-मंत्र करते हुए हत्या कर दी है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस एक्शन में आ गई। और सोमनाथ पुलिस टीम धावा गांव पहुंची।
छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला कि यह काला जादू से जुड़ा हुआ मामला है।आरोपी पिता भावेश अकबरी ने काला जादू करने के दौरान अपनी बच्ची को जमीन में गाड़ दिया था। इसके बाद उसने बच्ची को बाहर निकालकर जला दिया। घटना की तहकीकात करने के लिए पुलिस अब भावेश अकबरी के परिवार से भी पुछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि मासूम बच्ची का पिता भावेश अकबरी 6 महीने पहले ही सूरत से अपने गांव धावा वापस आया था।
पुलिस अधीक्षक मनोहर सिंह ने दी घटना की पूरी जानकारी
गिर सोमनाथ जिला के पुलिस अधीक्षक मनोहर सिंह जाडेजा ने कहा कि, "भावेश अकबरी को शक था कि उसकी 14 साल की बेटी के शरीर में भूत है। लगातार 7 दिन तक प्रताड़ित करके उसने बेटी की हत्या कर दी। उसने अपने भाई दिलीप अकबरी के साथ एक अक्टूबर की दोपहर तीन बजे से लेकर सात अक्टूबर तक भूत भगाने के तांत्रिक अनुष्ठान किए।"
इस दौरान उन्होंने घटना के बारे में आगे जानकारी देते हुए कहा कि "चकलीधर के खेत पर धैर्या को लेकर दोनों पहुंचे थे। वहां धैर्या के पुराने कपड़े जला दिए और उसे दो घंटे तक आग के पास खड़ा रखा। फिर गन्ने की फसल में बच्ची को डंडे और तार से पीटा। उसके बालों में एक डंडा बांध दिया और उसे भूखा-प्यासा रखा गया। बच्ची ने प्रताड़ना के कारण आखिरकार दम तोड़ दिया।"
Created On :   13 Oct 2022 4:59 PM GMT