गाज गिरने से किशोरी की मौत, सोयाबीन की फसल भी चौपट

Teenager dies due to lightning, soybean crop also ruined
गाज गिरने से किशोरी की मौत, सोयाबीन की फसल भी चौपट
वाशिम गाज गिरने से किशोरी की मौत, सोयाबीन की फसल भी चौपट

डिजिटल डेस्क, वाशिम, नंदकिशोर वैद्य। पिछले 15-20 दिन तक थमने के बाद दशहरा पर्व पर मानसून ने फिर करवट बदली और बुधवार शाम को बिजली की तेज़ गड़गड़ाहट और आंधी-तूफान के साथ ज़ोरदार बारिश शुरु हुई जो गुरुवार तडके तक कभी तेज़ तो कभी बौछारों के रुप में जारी रही । इस बीच गाज गिरने से एक 17 वर्षीय किशोरी की दर्दनाक मौत हो तो एक बालक गंभीर रुप से झुलस गया । वहीं एकाएक हुई इस भारी बारिश ने खेत-खलिहानों में खड़ी सोयाबीन की फसल को चौपट करते हुए किसानों को संकट में ड़ाल दिया । जिलेभर में पिछले 24 घंटों में 36.1 मिमी वर्षा दर्ज की गई है जबकि इस मानसून में अब तक कुल 884.5 मिमी वर्षा हो चुकी है । उल्लेखनीय है कि वैसे ही इस बार मानसून में लगातार बारिश होने से खेत-खलिहानों में खड़ी खरीफ की फसलों को भारी नुकसान पहँुचा, जिससे किसान पहले ही हैरान-परेशान थे । 

उधर बुधवार शाम को बिजली की गड़गड़ाहट के साथ शुरु हुई बारिश के दौरान स्थानीय पुसद मार्ग पर स्थित उड़ानपुल पर एक 17 वर्षीय किशोरी के उपर गाज गिरने से उसकी मृत्यु हो गई । मृतक किशोरी का नाम ज्योती महादेव बनसोडे था जो स्थानीय शेलु मार्ग निवासी थी । बताया जाता है की ज्योति बनसोडे बुधवार शाम को अपने छोटे भाई के साथ ट्युशन क्लास के बाद शाम 7 बजे के आसपास अपने घर लौट रही थी की स्थानीय पुसद मार्ग पर स्थित रेलवे उड़ानपुल पर अचानक उसके उपर गाज गिरी और मौके पर ही उसकी दर्दनाक मौत हो गई, जबकि उसका छोटा भाई गंभीर रुप से झुलस गया । स्थानीय नागरीकों की सहायता से मृतक किशोरी और उसके भाई को जिला सामान्य चिकित्सालय में दाखिल किया गया ।

{पिछले 24 घंटे में जिलेभर में 36.1 मिमी वर्षा, अब तक 884.5 मिमी

उधर मौसम विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिले में गुरुवार 6 अक्टूबर को सुबह 10 बजे तक पिछले 24 घंटों में औसतन 36.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई । इसी प्रकार गत 1 जून से अब तक जिले में 884.5 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है । गुरुवार 6 अक्टूबर को पिछले 24 घंटों में हुई तहसीलनिहाय बारिश में वाशिम तहसील में 43.6 मिमी (गत 1 जून से अब तक 886.2 मिमी), रिसोड तहसील 14 मिमी (गत 1 जून से अब तक 813.8 मिमी), मालेगांव तहसील में 18.5 मिमी (गत 1 जून से अब तक 922.7 मिमी), मंगरुलपीर तहसील में 53.5 मिमी (गत 1 जून से अब तक 973.8 मिमी), मानोरा तहसील में 53.7 मिमी (गत 1 जून से अब तक 986.6 मिमी) तो कारंजा तहसील में 38.7 (गत 1 जून से अब तक 759.8 मिमी) बारिश दर्ज की गई है । गतवर्ष 6 अक्टूबर तक जिले में 1083.7 मिमी बारिश हुई थी । इसबीच मौसम विभाग के सूत्रों ने बताया कि आनेवाले 24 घंटे में जिलेभर में मानसून सक्रीय रहने की संभावना है और कहीं तेज़ तो कहीं बूंदाबांदी हो सकती है ।

लेकिन बारिश थमने के बाद वह अपनी बची-कुची फसलों को बचाने में भीड़ गए । उन्हें उम्मीद थी कि उनके इन प्रयासों को कामयाबी मिलेंगी और उनका आर्थिक संकट कुछ कम होंगा । पिछले कुछ दिनों से जिलेभर में अधिकतर किसानों ने सोयाबीन फसल की कटाई भी शुरु कर दी और फसल काटकर खेतों में ही सूखने के लिए पड़ी रहने दी । किसानों ने सोचा भी नहीं था कि 15-20 दिन बाद मानसून पुनः सक्रिय होंगा । लेकिन उनकी उम्मीदों पर मानसून ने पानी फेर दिया । वैसे तो मंगलवार से ही मौसम का मिज़ाज बदला-बदला नज़र आ रहा था । बुधवार को दशहरा पर्व पर सुबह से आसमान में बादलों का डेरा जमने लगा और शाम 6 बजे बाद तेज़ आंधी-तूफान शुरु हो गया । साथही तेज़ गड़गड़ाहट के साथ बिजली चमकने लगी । फिर देखते ही देखते शाम 6.45 बजे के आसपास ज़ोरदार बारिश शुरु हो गई जो लगभग डेढ़ घंटे तक जारी । बाद में ज़रुर बारिश का ज़ोर कम हो गया । लेकिन गुरुवार तडके तक कभी तेज़ तो कभी बौछारों के रुप में बारिश जारी रही । एकाएक हुई इस भारी बारिश ने खेत-खलिहानों में खड़ी सोयाबीन की फसल के साथही कटाई कर रखी गई फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया, जिससे किसानों के सामने पुनः आर्थिक संकट आ खड़ा हुआ है । 

Created On :   7 Oct 2022 7:04 PM IST

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