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कंट्रोल ब्लास्टिंग’ से इमारत व बंगलों को लगे झटके
डिजिटल डेस्क, नासिक । राजीवनगर में समर्थ ग्रुप के धैर्य डेवलपर्स एंड बिल्डर्स की साइट पर नए इमारत के नींव की खुदाई करने जिलेटिन का उपयोग करते हुए नियंत्रित विस्फोट (कंट्रोल ब्लास्टिंग) करने से परिसर की अनेक इमारतें और बंगले को जोरदार झटके लगे। इसके बाद अाक्रोशित हुए इंदिरानगर पुलिस थाने में निर्माण कारोबारी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।
कंट्रोल ब्लास्टिंग करने के मामले में नियम व शर्तों का उल्लंघन करने से मामले में कार्रवाई करने का आश्वासन इंदिरानगर के वरिष्ठ निरीक्षक नितिन पगार ने दिया। दोपहर एक बजे के आस-पास राजीवनगर की मुख्य सड़क के पीछे डे केअर सेंटर स्कूल की ओर जाने वाले उपरोक्त कारोबारी की 22 मंजिला इमारत का काम शुरू होने जा रहा है। विस्फोट की जोरदार आवाज हुई। इससे अथर्व, श्रमिक, अमृतवेल आदि सोसाइटी सहित वक्रतुंड, विश्वनाथ आदि बंगले को जोरदार झटके लगे। खिड़की और कांचों की जोरदार आवाज हुई। घर के बर्तन गिरे। इससे भयभीत नागरिक रास्ते पर पहुंचे। निकितेश धाकराव, भूषण पांढरकर, भूपेंद्र पांढरकर, चंद्रशेखर पांढरकर, सागर देशमुख, अजय गोवर्धने, स्वप्निल वाघ, बालासाहेब पवार, नाना भिंगारे, तेजस सावंत, रोहित पवार आदि मौके पर पहुंचे। जिन्होंने देखा कि जिलेटिन का उपयोग करते हुए गड्ढे किए जा रहे हैं। इससे नागरिक अाक्रोशित हुए। इसके बाद मजदूर भाग खड़े हुए। जिन्हें रोककर नागरिकों ने जिलेटिन व सामग्री का छायाचित्रण किया।
नागरिकों ने बताया कि घटना के दौरान निर्माण कारोबारी भी भागा। नागरिकों ने इंदिरानगर पुलिस को अवगत किया। विंचूर के भाऊसाहेब गायकवाड़ कंट्रोल ब्लास्टिंग कारोबारियों ने अपराध शाखा के सहायक आयुक्त डॉ. सीताराम कोल्हे से अनुमति प्राप्त की थी। लेकिन, इंदिरानगर पुलिस ने पांच दिनों पूर्व इसकी सूचना देने की शर्त रखी थी। लेकिन, संबंधित लोगों ने इसे अनेदखा किया। करने की बात इंदिरानगर पुलिस ने स्पष्ट की। सामाजिक कार्यकर्ता समीर शेटे, सचिन कुलकर्णी, ऋषिकेश वर्मा ने नागरी बस्ती में कंट्रोल ब्लास्टिंग के लिए अनुमति देने के विरोध जिलाधिकारी को निवेदन देने और संबंधित बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कही है।
जान को खतरा : इतनी घनी आबादी की बस्ती में इस प्रकार विस्फोट करने के लिये सरकारी अधिकारियों की अनुमति देना घातक हैं। बिना किसीं सावधानी के स्थानीय लोगों की जान को खतरे में डाला जा रहा हैं।- निकितेश धाकराव, स्थानीय नागरिक.
इस बार जो हुआ भयानक था : कान के परदे फाड़नेवाली आवाज हुई। चार महिनों से दिन -रात जमीन की खुदाई करने का कार्य जारी हैं। जिसके लिये मशीनों का उपयोग हो रहा है। ध्वनिप्रदूषण व हवा में उड़ती मिट्टी के कारण नागरिक परेशान हो गये हैं। लेकिन, इसबार जो, हुआ वह भयानक था।-चंद्रशेखर पांढरकर, स्थानीय नागरिक
Created On :   12 Aug 2023 7:29 PM IST