विश्व अर्थव्यवस्था को चीन की जरूरत है : दावोस मंच में अतिथि
डिजिटल डेस्क, बीजिंग। 26 से 29 जून तक, ग्रीष्मकालीन दावोस मंच चीन के थ्येनचिन शहर में आयोजित हुआ। आत्मविश्वास कैसे हासिल किया जाए और आर्थिक विकास को कैसे बढ़ावा दिया जाए, यह वर्तमान में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए बड़ी चिंता का विषय है और इसे तत्काल हल करने की आवश्यकता है। चीन की अर्थव्यवस्था की नब्ज को छूने और चीन के साथ संचार एवं सहयोग बढ़ाने के लिए एक अच्छे मंच के रूप में 2023 ग्रीष्मकालीन दावोस मंच ने वियतनाम, बारबाडोस, मंगोलिया, न्यूजीलैंड आदि देशों के प्रधान मंत्रियों, जिम्बाब्वे के वाणिज्य और उद्योग मंत्री, फिलीपिंस पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय के उप मंत्री सहित कई देशों के वरिष्ठ अधिकारियों को आकर्षित किया।
वियतनामी प्रधानमंत्री फ़ाम मिन्ह चिन्ह ने कहा कि वियतनाम दृढ़ता से एक-चीन नीति का पालन करता है, सक्रिय रूप से "बेल्ट एंड रोड" पहल और वैश्विक विकास पहल के संयुक्त निर्माण का समर्थन करता है, और चीन के साथ मिलकर अर्थव्यवस्था, व्यापार, निवेश, मानविकी आदि क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करना चाहता है। बहुपक्षीय समन्वय को मजबूत करते हुए मतभेदों को प्रबंधित और नियंत्रित करना चाहता है, ताकि आम समृद्धि हासिल की जा सके।
वहीं, विश्व आर्थिक मंच के संस्थापक और कार्यकारी अध्यक्ष क्लॉस श्वाब ने कहा कि विश्व आर्थिक मंच चीन के साथ मिलकर साझेदारी को गहरा करना, सभी पक्षों को संचार मजबूत करना, आपसी विश्वास बढ़ाना, सहयोग का विस्तार करना, पारस्परिक लाभ और उभय जीत परिणाम प्राप्त करना, जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक चुनौतियों का संयुक्त रूप से जवाब देना और बढ़ावा देना, और मानव जाति के साझा भाग्य वाले समुदाय का निर्माण करना चाहता है। उन्होंने यह भी कहा कि वह चीन की अर्थव्यवस्था के प्रति सदैव आशावादी रहे हैं। पिछले 30 वर्षों में, चीन ने सफलतापूर्वक उच्च गति की आर्थिक वृद्धि बनाए रखी है, और यह अभी भी विश्व अर्थव्यवस्था को चलाने वाले महत्वपूर्ण इंजनों में से एक है।
उधर, विश्व व्यापार संगठन की महानिदेशक न्गोज़ी ओकोन्जो-इवेला ने कहा कि डब्ल्यूटीओ चीन के साथ एक मजबूत साझेदारी बनाने, डब्ल्यूटीओ सुधार को बढ़ावा देने और बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली को बनाए रखने में नए योगदान देने के लिए तत्पर है। वहीं, न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस हिपकिंस ने पेइचिंग पहुंचने पर चीनी मीडिया के साथ एक साक्षात्कार में एक बार फिर न्यूजीलैंड-चीन संबंधों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि चीन न्यूजीलैंड के लिए एक बड़ा निर्यात बाजार है। न्यूजीलैंड चाहता है कि अपने अधिक कंपनियां चीन में व्यापार करना जारी रखें, और अधिक से अधिक चीनी पर्यटक न्यूजीलैंड आएं।
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Created On :   29 Jun 2023 5:08 PM IST