वित्त वर्ष 24 का बजट वित्त वर्ष 23 के बजट की तरह ईवी के अनुकूल होना चाहिए

FY24 budget should be EV friendly like FY23 budget
वित्त वर्ष 24 का बजट वित्त वर्ष 23 के बजट की तरह ईवी के अनुकूल होना चाहिए
ईवी वित्त वर्ष 24 का बजट वित्त वर्ष 23 के बजट की तरह ईवी के अनुकूल होना चाहिए
हाईलाइट
  • वित्त वर्ष 24 का बजट वित्त वर्ष 23 के बजट की तरह ईवी के अनुकूल होना चाहिए

डिजिटल डेस्क, चेन्नई। जहां तक भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) उद्योग का संबंध है, बीता साल महत्वपूर्ण था, क्योंकि तिपहिया सेगमेंट में ईवी वाहनों ने पारंपरिक ईंधन से चलने वाले वाहनों को पीछे छोड़ दिया। यह बात काइनेटिक ग्रीन के संस्थापक सीईओ सुलज्जा फिरोदिया मोटवानी ने कही। पिछले साल के केंद्रीय बजट की तरह, जो ईवी उद्योग के लिए सकारात्मक था, इस साल भी उन्हें उम्मीद है कि यह इस क्षेत्र के पक्ष में होगा। मोटवानी ने कहा, 2022 भारत में ईवी क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण वर्ष था। उद्योग ने तिपहिया क्षेत्र में ईवी की संख्या आईसीई (आंतरिक दहन इंजन) से अधिक देखी, ईवी की बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि हुई, और देश में ईवी घटक निर्माण की शुरुआत हुई।

उनके अनुसार भारत ईवी क्रांति की ओर मजबूती से बढ़ रहा है, लेकिन आपूर्ति श्रृंखला बाधाओं ने इसे सीमित कर दिया है। फेम-दो के अगले तीन से पांच वर्षों के विस्तार के साथ ई-गतिशीलता के लिए समर्थन जारी रहना चाहिए। यह 20-25 प्रतिशत पैठ के साथ ईवी को मुख्यधारा बनाकर भारत में ईवी सेगमेंट के लिए दीर्घकालिक नींव बनाने में मदद करेगा।

मोटवानी ने कहा, यह उल्लेख करना अनिवार्य है कि फेम ने ईवी पैठ बढ़ाने में मदद की है, लेकिन हमने अभी केवल पांच प्रतिशत पैठ हासिल की है। यदि सब्सिडी नहीं बढ़ाई जाती है, तो ईवी की लागत में काफी वृद्धि होगी और यह ई-मोबिलिटी मूवमेंट में देरी और पटरी से उतरेगी। उन्होंने सरकार से स्थानीय स्तर पर उत्पादन शुरू होने तक ईवी मिशन का समर्थन करने के लिए 3-4 साल के लिए बैटरी सेल पर आयात शुल्क कम करने का भी आग्रह किया।

मोटवानी ने कहा, भारत ने ईवी को गतिशीलता समाधान के रूप में अपनाना शुरू कर दिया है, और सरकार से निरंतर समर्थन के साथ हम आने वाले दशक में बड़ी प्रगति करेंगे। ग्रीव्स कॉटन लिमिटेड के कार्यकारी उपाध्यक्ष, नागेश बसवनहल्ली के अनुसार सभी ईवी घटकों पर एक समान पांच प्रतिशत जीएसटी होना चाहिए और एक उल्टे शुल्क ढांचे से बचना चाहिए, जो ईवी कंपनियों के लिए कार्यशील पूंजी में धन को अवरुद्ध करता है।

उन्होंने कहा कि उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजना के लाभों को ईंधन-अ™ोयवादी नीतियों के अनुरूप विस्तारित किया जाना चाहिए। एचओपी इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के संस्थापक और सीईओ केतन मेहता ने कहा कि सरकार को पीएलआई योजना को सुव्यवस्थित करना चाहिए, इस प्रकार प्रावधानों और संबंधित लाभों में स्पष्टता लाई जानी चाहिए। मेहता ने कहा, फेम-दो योजना को अधिक स्पष्टता के साथ परिभाषित किया जाएगा और उत्पाद विकास में नवाचार सुनिश्चित करने और ईवी अपनाने को बढ़ाने के लिए समावेशी होगा। स्थापित खिलाड़ियों और सेगमेंट में स्टार्ट-अप के बीच एक स्तर का खेल मैदान है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को उपयोग में आसानी के लिए यूनिवर्सल बैटरी चार्जिंग और स्वैपिंग इंफ्रास्ट्रक्च र को बढ़ावा देना चाहिए।

सोर्सः आईएएनएस

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Created On :   27 Jan 2023 1:00 PM IST

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