Diwali Muhurat Trading: शेयर बाजार में आज होगी दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग, जानिए क्या है इसका समय
- नार्मल सेशन का समय शाम 6.15 से 7.15 बजे तक
- मुहूर्त ट्रेडिंग शाम 6.00 से 6.08 बजे तक होगी
डिजिटल डेस्क। दिवाली के शुभ अवसर पर देश के बाजार में हर साल मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र का आयोजन किया जाता है। आज भी दिवाली के मौके पर मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र का आयोजन किया जा रहा है। इस दिन शेयर बाजार सिर्फ एक घंटे के लिए खुलता है। वहीं एक घंटे को छोड़कर शेयर बाजार पूरे दिन के लिए बंद रहता है। मान्यताओं के अनुसार मुहूर्त व्यापार अगले वर्ष भर में धन और समृद्धि लाता है। आज BSE और NSE दिवाली के अवसर पर एक घंटे का विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र आयोजित किया जा रहा है।
इस साल मुहूर्त ट्रेडिंग शाम 6.00 से 6.08 बजे तक होगा। नार्मल सेशन का समय शाम 6.15 से 7.15 बजे तक है। क्लोजिंग सेशन शाम 7.25 से 7.35 बजे तक होगा। करेंसी एवं कमोडिटी मार्केट में शाम 6.15 से 7.15 बजे तक मुहूर्त ट्रेडिंग होगी। ब्लॉक डील सेशन की टाइमिंग शाम 5:45 से शाम 6 बजे तक होगी। मान्यता के अनुसार मुहूर्त एक ऐसा अवसर है, जिसमें व्यापारिक समुदाय धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी को याद करते हैं। साथ ही संवत या नए साल की शुरुआत का जश्न मनाते हैं।
क्या होती है मुहूर्त ट्रेडिंग
असल में कारोबारी दिवाली के दिन मां लक्ष्मी की खास आराधना करते हैं और इस दिन अपना काम बंद नहीं करते बल्कि अपना काम और निष्ठा से करते हैं और नए कारोबार की शुरुआत करते हैं। ऐसा माना जाता है कि दिवाली के शुभ दिन किसी कारोबार की शुरुआत से साल भर बरक्कत हो सकती है। दिवाली से ही हिंदू लेखा वर्ष संवत की शुरुआत होती है और कारोबारी इस दिन अपने बहीखाते की पूजा करते हैं। शेयर बाजार में भी ब्रोकर मुहूर्त ट्रेडिंग से पहले बहीखातों की पूजा करते हैं जिसे "चोपड़ा पूजा" कहते हैं।
शुभ निवेश का क्या है फायदा
इसी सोच के तहत शेयर बाजार को भी शुभ मुहूर्त में एक घंटे के लिए खोला जाता है, जबकि दिवाली की वजह से दिन भर कारोबार बंद रहता है। इस दिन मुहूर्त ट्रेडिंग में खासकर ब्रोकर और ट्रेडर बड़े उत्साह से शेयर बाजार के कारोबार में शामिल होते हैं। इस दौरान लोग नये शेयर खरीदते हैं या पुराने शेयर बेचकर नये शेयर खरीदते हैं। बहुत से लोग ऐसे भी होते हैं जो इन शेयरों को अगली दिवाली तक संभाल के रखते हैं और साल भर बाद अगली दिवाली को जब उन्हें बेचते हैं तो अच्छा खासा रिटर्न भी मिलता है।
क्या है मुहूर्त ट्रेडिंग का इतिहास?
1957 में BSE पर मुहूर्त व्यापार शुरू हुआ। यह दो प्रमुख व्यापारिक समुदायों गुजरातियों और मारवाड़ी लोगों द्वारा शुरू किया गया। हर दिवाली पर उनके नेतृत्व और धन की पूजा करने की एक सदी पुरानी परंपरा है। जबकि NSE में 1992 से यह परंपरा शुरू हुआ है। इसके बाद BSE और NSE दोनों में दिवाली की शाम को एक घंटे के लिए ट्रेड होता है। BSE और NSE दोनों दिवाली की शाम को एक घंटे के लिए व्यापार करते हैं। जानकारों का कहना है कि दिवाली के दिन मुहूर्त सेशन शुरू होने से पहले कारोबारी पूजा करते हैं, जिसमें अकाउंटिंग बुक की पूजा की जाती है
आज दिवाली का मुहूर्त ट्रेडिंग सेशन
मुहूर्त कारोबार - 6.00 से 6.08 बजे शाम में
नार्मल सेशन - 6.15 से 7.15 बजे शाम में
क्लोजिंग सेशन - 7.25 से 7.35 बजे शाम में
करेंसी एवं कमोडिटी मार्केट - 6.15 से 7.15 बजे शाम में
Created On :   14 Nov 2020 12:57 PM IST