दिल्ली एयरपोर्ट पर चेहरा देखकर खुलेगा चेक इन गेट, आज से ट्रायल शुरु
- आज से बायोमीट्रिक इनेबल्ड सीमलैस ट्रेवल प्रणाली शुरू होगी
- तीन महीने के ट्रायल के लिए विस्तारा एयरलाइन के लिए लागू
- फेस रिकॉग्निशन सिस्टम से होगी हवाई यात्रियों की एंट्री
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से हवाई सफर करने वालों को आज से बार बार बोर्डिंग पास नहीं दिखाना पड़ेगा। दरअसल यहां आज से बायोमीट्रिक इनेबल्ड सीमलैस ट्रेवल (बीईएसटी) प्रणाली शुरू होने जा रही है। इसके तहत फेस रिकग्निशन टेक्नोलॉजी की मदद से यात्रियों को प्रवेश मिलेगा। बता दें कि चेहरा पहचान कर एयरपोर्ट में एंट्री देने वाले फेस रिकॉग्निशन सिस्टम की शुरुआत हैदराबाद एयरपोर्ट पर पहले ही हो चुकी है।
फिलहाल दिल्ली में तीन महीने के ट्रायल के लिए अभी विस्तारा एयरलाइन के लिए लागू होगा। सफल होने पर इसे देश के अन्य एयरपोर्ट पर लागू किए जाएगा।
... तो नहीं खुलेगा फ्लैप गेट
इस सिस्टम के शुरु होने के बाद यात्री को एयरपोर्ट में प्रवेश, सुरक्षा जांच व विमान बोर्डिंग समेत सभी जगह पहचान पत्र दिखाने की जरूरत नहीं होगी। वहीं ऐसे यात्रियों को एयरपोर्ट के एंट्री गेट पर ही रोक दिया जाएगा, जिनके पास फर्जी या एडिट किए हुए टिकट होते हैं। यानी कि फर्जी टिकट होने पर फेस रिकॉग्निशन में रजिस्टर्ड होने के बाद भी फ्लैप गेट नहीं खुलेगा।
कैसे करता है काम
एक बार यात्री इसमें रजिस्टर्ड हो जाता है तो उसे बार-बार एयरपोर्ट में एंट्री करने के लिए अपने दस्तावेज दिखाने नहीं होंगे। चेहरा ही बोर्डिंग पास होगा। सीआईएसएफ द्वारा फाइनल जांच से पहले भी वहां चेहरे को स्कैन करनेवाले कैमरों से उस यात्री के बारे में तमाम जानकारी सीआईएसएफ के सामने होगी। इस सिस्टम में चेहरे के मिलान के साथ ही ऑनलाइन या ऑफलाइन टिकट के कोड को सीआईएसएफ द्वारा स्कैन किया जाएगा। दोनों का मिलान होने पर ग्रीन सिग्नल मिलेगा और इसी के साथ एयरपोर्ट में एंट्री करने के लिए फ्लैप गेट खुल जाएगा।
Created On :   6 Sept 2019 7:28 AM GMT