रिटायरमेंट की तय उम्र के बाद भी प्लेन उड़ा सकेंगे एयर इंडिया के पायलट, जानिए क्या है कंपनी का नया प्लान!
- इस समिति में संचालन
- मानव संसाधन और उड़ान सुरक्षा के कार्यात्मक प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। टाटा समूह के स्वामित्व में वापस आई एयर इंडिया ने अपने पायलटों को एक बड़ी खुशखबरी दी है। दरअसल कंपनी ने पायलटों की रिटायरमेंट की आयु सीमा बढ़ाने का फैसला लिया है। अब तक पायलट 58 साल की उम्र में रिटायर होते थे। जो अब कंपनी ने अपने पायलटों की रियारमेंट की उम्र सीमा 65 वर्ष कर दी है।
बीते 29 जुलाई को एयर इंडिया की तरफ से आंतरिक दस्तावेजों में कहा गया कि आने वाले समय में विमानों के बेड़े में विस्तार के लिए योजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। रिपोर्ट की मानें तो नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एअर इंडिया के पायलटों के रिटायरमेंट की आयु सीमा बढ़ाने की अनुमति पर रजामंदी दे दी है। बता दें एयर इंडिया करीब 69 साल बाद टाटा समूह के स्वामित्व में वापस आई है।
एयर इंडिया की नई पॉलिसी के अनुसार कंपनी के पायलटों को रिटायरमेंट के बाद पांच साल के लिए अनुबंध के आधार पर सेवा विस्तार दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि कंपनी ने यह फैसला अपने विस्तारित बेड़े के आकार के लिए पर्याप्त संख्या में पायलट उपलब्ध हो इसी बात को ध्यान में रखते हुए लिया है।
अनुबंध का होगा आधार
कंपनी की नई नीति के आधार पर रिटायरमेंट के बाद अनुबंध पायलट के कार्यकाल के दौरान आचरण, प्रर्दशन और उड़ान सुरक्षा रिकार्ड की वार्षिक रिपोर्ट को ध्यान में रखकर किया जाएगा। जानकारी है कि पायलटों की पात्रता के लिए एयर इंडिया एक जांच समिति भी गठित करेगी। जो उनका चयन करेगी जिन पायलटों से वह आगे भी सेवा लेना चाहते है। इस समिति में संचालन,मानव संसाधन और उड़ान सुरक्षा के कार्यात्मक प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।
Created On :   3 Aug 2022 12:16 PM GMT