होर्डिंग हादसा: होर्डिंग पर टंगे कर्मी, स्ट्रक्चर का हिस्सा खोलकर ले गए
- होर्डिंग के स्ट्रक्चर का हिस्सा खोलकर ले जाते हुए
- दूसरे दिन भी एजेंसियों ने निकाले होर्डिंग
- फ्लैक्स, गायब रहा नगर पालिका का अमला
डिजिटल डेस्क, सिवनी। मध्यप्रदेश के सिवनी में मप्र आउटडोर विज्ञापन मीडिया नियम 2017 की धज्जियां उड़ाते हुए शहर में जगह-जगह लगाए गए अवैध होर्डिंग-फ्लैक्स हटाने का बुधवार को शुरु हुआ सिलसिला दूसरे दिन गुरुवार को भी जारी रहा। नगर पालिका से होर्डिंग लगाने का ठेका लेने वाली दो में से एक एजेंसी का अमला सुबह से लेकर शाम तक इसमें जुटा रहा। होर्डिंग-फ्लैक्स हटाने के साथ ही कई स्ट्रक्चर के हिस्से भी निकालकर ले गए। बड़े स्ट्रक्चर पर एजेंसी का अमला टंगा नजर आया। ज्यारतनाका से लेकर छिंदवाड़ा चौक तक शहर के प्रमुख मार्ग पर अब कहीं-कहीं इक्का-दुक्का होर्डिंग ही रह गए हैं। दैनिक भास्कर द्वारा 21 मई को प्रमुखता से खबर प्रकाशित कर शहर में जगह-जगह अवैध होर्डिंग लगे होने तथा इनसे मुंबई जैसा हादसा होने की आशंका जाहिर की गई थी। नगर पालिका अध्यक्ष शफीक खान, नेता प्रतिपक्ष ज्ञानचंद सनोडिया, स्वास्थ्य सभापति राजिक अकील ने भी स्ट्रक्चर सहित समस्त अवैध होर्डिंग हटाने की बात कही थी। संज्ञान लेते हुए नगर पालिका सीएमओ आरके कुर्वेती द्वारा लिखित आदेश जारी कर होर्डिंग शाखा के अमले को तत्काल अवैध होर्डिंग हटाने के निर्देश दिए गए। बुधवार को नगर पालिका की होर्डिंग शाखा ने इस मामले में कार्रवाई नहीं की, लेकिन एजेंसियों ने खुद अपने कर्मी लगाकर होर्डिंग-फ्लैक्स हटाना शुरु कर दिए थे। गुरुवार को भी होर्डिंग शाखा ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। हालांकि इसके पीछे शासकीय अवकाश को कारण बताया जा रहा।
सबसे ऊंचा अवैध स्ट्रक्चर किसका
मुंबई के घाटकोपर में आंधी-तूफान से इसी माह 13 मई को 250 टन वजनी विशाल होर्डिंग गिरने से उसकी चपेट में आकर 16 लोगों की मौत हो गई थी, वहीं 74 लोग घायल हो गए थे। इस घटना में 22 मई को एक अन्य घायल ने भी दम तोड़ दिया, जिससे मृतकों की संख्या 17 हो गई है। सिवनी में भी होर्डिंग के बड़े स्ट्रक्चर लगे हुए हैं, जो कभी भी घातक साबित हो सकते हैं। बस स्टैण्ड स्थित वैनगंगा कॉम्पलेक्स की छत पर लगा होर्डिंग शहर का सबसे ज्यादा ऊंचाई वाला बताया जा रहा है। इस होर्डिंग पर लगा विज्ञापन फ्लैक्स आंधी-तूफान में चिंदी-चिंदी हो गया है। नगर पालिका की होर्डिंग शाखा का अमला यह तक नहीं बता पा रहा कि बड़े स्ट्रक्चर वाला यह होर्डिंग किसका है और सालों से इसका अवैध संचालन कैसे किया जा रहा। इस अवैध होर्डिंग पर नगर पालिका द्वारा सालों बाद भी कार्रवाई न किया जाना भी आश्चर्यजनक माना जा रहा है। इसके पीछे मिलीभगत की आशंका भी जाहिर की जा रही है। वहीं दलसागर के सामने मॉडल रोड किनारे स्थित एक बैटरी शॉप के ऊपर लगे अवैध होर्डिंग पर भी कार्रवाई में नगर पालिका के हाथ कांपते हैं। कचहरी चौक स्थित बैंक के बगल में मुख्यमार्ग पर भी अवैध तरीके से होर्डिंग लगाकर विज्ञापन बुक हो रहे हैं।
टेण्डर की राह का कौन रोड़ा
होर्डिंग का काम लेने वाली शहर की दोनों एजेंसियों का ठेका लगभग दो साल पहले खत्म हो चुका है, लेकिन नवीन टेण्डर प्रक्रिया पूर्ण करने में नगर पालिका कोताही बरत रहा है। लगभग डेढ़ साल पहले नया टेण्डर जारी हुआ था, जिसे प्रेसिडेंट इन काउंसिल द्वारा पास किए जाने के बावजूद आश्चर्यजनक तरीके से निरस्त कर दिया गया। चार माह पहले फिर से टेण्डर निकाला गया है, जिसकी प्रक्रिया होर्डिंग शाखा द्वारा पूर्ण नहीं की जा रही है।