विधायक के घर छापेमारी: पांढुर्ना विधायक के घर तीन घंटे तक सर्चिंग, बैरंग लौटे अधिकारी
- विधायक नीलेश उईके ने कहा आदिवासी समाज का अपमान
- 'हार के डर से बौखला गई भाजपा'
- कार्रवाई की जानकारी देने से बचते रहे अधिकारी
डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। पांढुर्ना विधायक नीलेश उईके के गृहग्राम रजौला रैयत में रविवार को पुलिस व आबकारी अधिकारियों की टीम ने दबिश दी। उनके वर्तमान निवास, निर्माणाधीन मकान के साथ आसपास के आठ-दस मकान, खेत-खलिहान, अनाज ढेर, आसपास के नदी-नालों सहित कई स्थानों पर कदम-कदम पर जांच के बाद भी टीम को कुछ नहीं मिला। विधायक नीलेश उइके ने कहा कि बिना सर्च वारंट के यह कार्रवाई की गई। यह छापा आदिवासियों का अपमान है। भाजपा की सरकार हार से डर गई है।
चुनाव के दौरान नकद राशि, शराब और अन्य सामग्री के माध्यम से मतदाताओं को प्रभावित करने की मंशा से सामग्री रखे जाने के शक में पुलिस और आबकारी की टीम ने रविवार को विधायक के निवास पर सर्चिंग की। दोपहर करीब पौने पांच बजे शुरू हुई यह सर्चिंग करीब तीन घंटे तक चली। पुलिस व आबकारी अधिकारियों की टीम ने विधायक के वर्तमान निवास से लेकर निर्माणाधीन मकान आसपास के आठ-दस मकान, खेत-खलिहान के साथ नदी-नालों सहित कई स्थानों पर खोजबीन की। सर्चिंग मेें टीम को कुछ भी हाथ नही लगा। इसके बाद अधिकारियों की टीम खाली तलाशी की पंचनामा कार्रवाई करके लौट गई।
पंचनामा में अवैध शराब की शिकायत का उल्लेख
सर्चिंग में कुछ हाथ नहीं लगने के बाद अधिकारियों ने पंचनामा बनाया। जिसमें अवैध शराब जमाखोरी की शिकायत पर सर्चिंग की कार्रवाई होने का कथन उल्लेखित किया गया। सर्चिंग के दौरान जिला आबकारी अधिकारी छिंदवाड़ा, एसडीओपी मोहखेड़, थाना प्रभारी लावाघोगरी, चौकी प्रभारी उमरानाला सहित बड़ी संख्या में पुलिस और आबकारी दोनों विभाग का अमला शामिल रहा।
विधायक ने कहा- यह आदिवासी समाज का अपमान
विधायक नीलेश उईके ने इस पूरे घटनाक्रम को आदिवासी समाज का अपमान बताया है। उन्होंने कहा कि यह मेरा अपमान नहीं, पूरे आदिवासी समाज का अपमान है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और सांसद नकुलनाथ के नाम से भाजपा डरी हुई है और हार के डर से बौखला गई। इसी कारण ऐसे अनैतिक कृत्य करके डरा रही है। सत्ता का दुरूपयोग करने से हम डरेंगे नहीं, इसका करारा जवाब जिले की जनता और आदिवासी समाज के लोग देंगे।