Chhindwara News: पांढुर्ना जुआफड़, मैडम का संरक्षण और मोटा भाई के सहयोग से सज रही महफिल
- हर दिन 50 से 60 लाख रुपए के लग रहे दांव
- सभी का कमीशन तय
- शर्ट के जेब में नहीं रख सकते मोबाइल
Chhindwara। पांढुर्ना और महाराष्ट्र बार्डर की सीमा पर सज रहे ५२ पत्तों के खेल में सफेदपोश से लेकर जवाबदारों तक सभी का बड़ा हिस्सा है। मैडम के संरक्षण में चल रहे जुआ कारोबार को मोटा भाई का फुल सपोर्ट है। अब मोटा भाई कौन है यह तो फड़ के पंटर ही बता पाएंगे। दरअसल छिंदवाड़ा और कोयलांचल से जुआफड़ में जाने वाले खिलाडिय़ों को पंटर यही आश्वासन दे रहे है कि मोटा भाई अपने साथ है चिंता की कोई बात नहीं।
सूत्रों की माने तो मैडम के दो गुर्गो का खेल पर पूरा नियंत्रण है। इनमें से एक फड़ का संचालन करता है और दूसरा मैनेजमेंंट संभालता है। इन दोनों ने मिलकर वरुड़ के गज्जू और काटोल के मिलिंद के साथ मिलकर वर्धा नदी के समीप जुआफड़ शुरू किया है। इस फड़ में पांढुर्ना, छिंदवाड़ा, बैतूल, मुलताई और महाराष्ट्र के खिलाड़ी आ रहे है। बड़ी बात तो यह है कि पांढुर्ना से लेकर महाराष्ट्र तक सभी को जुआफड़ का पता है लेकिन पुलिस के मुखबिर तंत्र फेल है।
खामोश रहने का कमीशन 25 हजार रुपए रोज
सूत्रों की माने तो बेरोकटोक जुआफड़ चलने के एवज में कुछ जवाबदारों की दिहाड़ी बंधी है। खामोश रहने के २५ हजार रुपए रोज का कमीशन दिया जाता है। इसी तरह १५० से अधिक पंटर और खिलाडिय़ों को खेल तक ले जाने लग्जरी गाडिय़ों का खर्च, खेत मालिक को हर रोज का कमीशन दिया जा रहा है। इसी से जुआफड़ की आवक का आंकलन लगाया जा सकता है।
शर्ट के जेब में नहीं रख सकते मोबाइल
खेल में शामिल होने वाले हर जुआरी के लिए कुछ नियम लागू होते है। हर खिलाड़ी को अपना मोबाइल पेंट के जेब में रखना होता है। पंटरों का कहना है कि शर्ट की जेब में रखे मोबाइल से खेल का वीडियो बनने का खतरा होता है। फड़ के नियम ना मानने वाले खिलाडिय़ों को खेल से बाहर कर दिया जाता है।
यहां इनका चल रहा जुआफड़
पांढुर्ना बार्डर के अलावा दो और जुआफड़ इन दिनों काफी चर्चा में है। सौंसर से नागपुर बार्डर पर सातनूर में विकास और चिचोली से सांवरगांव रोड पर फिरोज का जुआ चल रहा है। इन जुआरियों पर पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
क्या कहते हैं अधिकारी-
महाराष्ट्र की बार्डर पर जुआफड़ों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। स्पेशल टीम ने दो दिन पूर्व पांच जुआरियों की धरपकड़ कर कार्रवाई की थी। यदि यहां अभी भी जुआ संचालित हो रहा है तो कार्रवाई की जाएगी।
- नीरज सोनी, एएसपी, पांढुर्ना